अलीगढ़ : आपने बहुत सारे अनोखे घरों के बारे में सुना होगा और देखा भी होगा, लेकिन उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक ऐसा अनोखा घर बनाया गया है, जहां इंसान नहीं पक्षियों का निवास होता है. पर्यावरण प्रेमियों ने अपने माता-पिता की याद में पक्षियों के लिए 60 फीट ऊंचा, 512 फ्लैट वाला करीब 7 मंजिला पक्षी घर (टावर) बनाकर एक अनोखी मिसाल पेश की है. यह पक्षी घर आसपास के क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है.
पक्षियों के लिए बनाया सात मंजिल का अनोखा घर, जिसमें 512 फ्लैट
अलीगढ़ क्षेत्र के दुमेड़ी में पर्यावरण प्रेमियों ने अनोखा घर बनवाया है. इस घर में अब सैकड़ों पक्षियों का निवास होगा.
बता दें, अलीगढ़ जिले की इगलास तहसील के दुमेड़ी गांव निवासी देवकीनंदन शर्मा, रामनिवास शर्मा, रामहरि शर्मा और मुनेश शर्मा अपने माता-पिता की याद में समाज के लिए कुछ अच्छा कार्य करना चाहते थे. अक्सर देखा गया है कि लोग माता-पिता की याद में धर्मशाला, प्याऊ आदि का निर्माण करवाते है, लेकिन इन्होंने पर्यावरण में सहायक पक्षियों की घटती संख्या पर चिंता व्यक्त करते हुए उनके लिए एक अनूठी पहल करने की ठानी. इसके लिए उन्होंने राजस्थान के कारीगरों से संपर्क किया और गांव में एक पक्षी घर बनवाने का निर्णय लिया. राजस्थान के कारीगरों की मदद से गांव में अपने माता-पिता की पुण्य स्मृति में पक्षी घर (टावर) का निर्माण कराया. करीब 7 लाख रुपए की लागत से बना ये पक्षी घर 60 फुट ऊंचा है. इसमें रंग-बिरंगे 512 फ्लैट बने हुए हैं, जिनमें पक्षी आसानी से रह सकते हैं. फ्लैटों का निर्माण इस तरह से किया गया है कि प्रत्येक मौसम में वह पक्षियों की सुरक्षा के लिए अनुकूल है. पर्यावरण प्रेमी पक्षियों का जीवन बचाने की इस पहल की जमकर सराहना कर रहे हैं.
गांव दुमेड़ी के देवकीनंदन शर्मा और रामनिवास शर्मा ने बताया है कि 'उन्होंने अपने अन्य भाई रामहरि शर्मा, मुनेश शर्मा सभी के सहयोग से नवंबर 2021 में इसका निर्माण कराया था. देवकीनंदन और रामनिवास का कहना है कि वे अपने माता-पिता स्वर्गीय द्वारका प्रसाद व स्वर्गीय शांति देवी की पुण्यस्मृति में कुछ अच्छा कार्य करना चाहते थे, इसी बीच उनके ध्यान में आया कि उनका एक बहुत बड़ा बाग था, जोकि काटा जा चुका है, लेकिन उस बाग में निवास करने वाले पक्षी अब बेघर हो चुके हैं. पर्यावरण संरक्षण में सहायक पक्षियों की घटती संख्या पर भी उन्होंने चिंता व्यक्त की. इसी बीच अनूठी पहल करने की ठान ली. परिवार में विचार करने के बाद आसमान में बेघर उड़ रहे पक्षियों के लिए एक पक्षी घर बनाए जाने का निर्णय लिया गया. इसके लिए उन्होंने राजस्थान के कारीगरों से संपर्क किया और अपनी जमीन पर माता-पिता की पुण्य स्मृति में "पक्षी घर" नाम वाला 512 फ्लैट वाले 6 मंजिला टॉवर का निर्माण कराया. इस पर करीब 7 लाख रुपये खर्च हुए. रामनिवास शर्मा बताते हैं कि प्रकृति का संतुलन बनाए रखने में पक्षियों का बड़ा योगदान होता है.'