ई-रिक्शा बहने का वीडियो वायरल. आगरा/मथुरा:पहाड़ों के साथ ही हरियाणा, पंजाब और दिल्ली-एनसीआर में हो रही बारिश से ब्रज में यमुना एक सप्ताह बाद फिर से खतरे के निशान के पार पहुंच गई है. मथुरा में यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है तो आगरा में भी मंगलवार देर रात यमुना ने खतरे के निशान को पार कर दिया है. आने वाले दिनों में ओखला बैराज और गोकुल बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद आगरा में यमुना का जलस्तर 499 फीट पार कर सकता है. इससे यमुना के तटवर्ती इलाकों में बाढ के हालात होंगे. यमुना किनारे के स्मारकों में भी यमुना का पानी पहुंच सकता है. इसके लिए पहले से ही एएसआई ने यमुना नदी के किनारे का मेहताब बाग अनिश्चतकालीन बंद कर दिया है.
खतरे के निशान पर यमुना:बता दें कि गोकुल बैराज से छोड़े गए पानी से आगरा में यमुना का जलस्तर बढ़ने लगा है. गोकुल बैराज से मंगलवार की शाम 7 बजे तक एक लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. जो 1.10 लाख क्यूसेक तक बढ़कर पहुंचने की संभावना है. इससे यमुना का जलस्तर 499 फीट तक छूने की संभावना है. वहीं, मथुरा में भी यमुना खतरे के निशान 166 मीटर से ऊपर बह रहा है. जिसका जलस्तर और बढने की आशंका है. यमुना नदी के तटीय इलाकों में फिर पानी लोगों के घरों में घुसना शुरू हो गया है.
हथिनी कुंड बैराज से यमुना में छोड़ा गया पानीःपहाड़ों पर भारी बारिश से 22 जुलाई को हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में 2 लाख 51 हजार 987 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. जबकि 24 जुलाई को ताजेवाला बांध से यमुना में 2 लाख 7 हजार 715 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. वहीं, दिल्ली से चलने वाला ये पानी 5 दिनों में गोकुल बैराज तक पहुंचता है. गोकुल बैराज से मंगलवार की शाम यमुना नदी में पानी डिस्चार्ज किया है.
अगले तीन दिनों तक भारी वर्षा की संभावनाःताजनगरी पर आखिर बादलों की मेहरबानी हो गई है. सोमवार देर रात के बाद मंगलवार शाम को कई इलाकों में तेज बारिश हुई. इससे तापमान में भारी गिरावट आई है. अगले 3 दिन अच्छी बारिश की होने की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग ने रविवार से बादलों के लौटने का अनुमान लगाया था. रविवार की रात करीब 12 बजे शहर के सभी इलाकों में पहले तेज और बाद में हल्की बारिश हुई थी. बुधवार सुबह से ही शहर में बादल छाए हुए हैं.
शहरी इलाकों में यमुना का पानीःबता दें कि पिछले सप्ताह यमुना नदी के उफान के बाद ताजनगरी में बाढ़ के खतरे का मध्यम स्तर 499 फीट पार कर गई थी. जिससे शहरी इलाकों में पानी घुस गया था. यमुना नदी के किनारे स्थित ताज व्यू प्वाइंट और मेहताब बाग भी डूब गया था. जो पर्यटकों के लिए अनिश्चितकालीन तक बंद है. मेहताब बाग से सटा पीएसी कैंप भी हटाना पड़ा था. दशहरा घाट के मंदिर और कुएं तक पानी आ गया. साथ ही कैलाश गांव और मंदिर में भी पानी भर गया था.
499.30 फीट पर पहुंचा था यमुना का जलस्तरःआगरा शहर में बाढ़ नियंत्रण कक्ष के मुताबिक बीते 18 जुलाई की रात 9 बजे जलस्तर में सर्वाधिक वृद्धि दर्ज हुई थी. तब यमुना का जलस्तर 499.20 से 499.30 फीट तक पहुंच गया था. उसके 2 घंटे तक पानी स्थिर रहा. 19 जुलाई को सुबह 6 बजे पानी वाटर वर्क्स पर 499 फीट था. इसके बाद यमुना का जलस्तर गिरता चला गया था.
45 गांव थे बाढ़ से प्रभावितःयमुना नदी में आई बाढ़ से पिछले दिनों आगरा में 45 से ज्यादा गांव और शहर की 12 से अधिक काॅलोनी और बस्तियां प्रभावित हुईं थी. उस समय हथिनीकुंड से 3.51 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. जिससे आगरा में यमुना नदी का जलस्तर 499.3 फीट तक पहुंचा था. अब 21 जुलाई को फिर हथिनीकुंड से 2.51 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. जो आगरा शहर में अब मुसीबत बढाएगा. क्योंकि पहले ही आई बाढ़ के नुकसान का आंकलन नहीं हुआ है. ऐसे मे अब दोबारा बाढ़ का खतरा बढ़ गया है.
बाढ़ चौकियों पर बढ़ी निगरानीःएडीएम राजस्व यशवर्धन श्रीवास्तव ने बताया कि बुधवार सुबह यमुना नदी में बाढ़ का जलस्तर चेतावनी स्तर 495 फीट पार कर गया है. गोकुल बैराज से 1.10 लाख क्यूसेक पानी में आने की संभावना है. जिससे यमुना का जलस्तर 497 से 499 फीट तक पहुंच सकता है. जिसे देखते हुए बाढ़ चौकियों पर निगरानी बढ़ा दी गई है.
मूसलाधार बारिश में बह गया ई रिक्शा: जनपद में कुछ ही घंटों की बारिश में मथुरा का डोरी बाजार ताल तलैया में तब्दील हो गया. इस बारिश में तेज बहाव के बीच एक ई-रिक्शा बह रहा है. जिसे पकड़ने के लिए ई-रिक्शा चालक काफी मशक्कत करता रहा. लेकिन बहाव इतना तेज था कि उसे पकड़ने के बाद भी ई-रिक्शा हाथ से छूटकर पानी के तेज बहाव में बहता रहा. जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
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