आगराः कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन में तमाम काम-धंधे रुक गए या फिर रफ्तार धीमी हो गई. इन हालातों में भी ताजनगरी आगरा का ड्रीम प्रोजेक्ट यानी आगरा मेट्रो का काम लगातार चलता रहा. अभी भी दिन-रात मजदूर इसमें लगे हुए हैं. इसका ही नतीजा है कि पीएम मोदी के वर्चुअली 'आगरा मेट्रो' की नींव रखने के बाद 170 दिन बाद प्रायोरिटी पर फतेहाबाद रोड पर शुरू हुए तीन एलीवेटेड स्टेशन के निर्माण कार्य में ताजमहल पूर्वी गेट स्टेशन का फाउंडेशन बन गया है. अब यह एलीवेटेड स्टेशन धीरे धीरे अपना 'आकार' लेने लगा है. प्रबंधकों का दावा है कि कोरोना नियमावली का पालन करते हुए ही काम कराया गया है. वहीं, माना जा रहा है कि योगी सरकार का लक्ष्य है कि 2022 में चुनाव से पहले इसे पूरा कर लिया जाए. 'आगरा मेट्रो' के अब तक के सफर पर ईटीवी भारत की रिपोर्ट.
आगरा मेट्रो परियोजना का कुल खर्च 8663 करोड़ रुपये है. आगरा मेट्रो परियोजना के दो कॉरिडोर हैं. पहला कॉरिडोर सिकंदरा से ताजमहल पूर्वी गेट है. इसमें 13 स्टेशन हैं. जिनमें छह स्टेशन एलीवेटेड और सात भूमिगत हैं. इस कॉरिडोर में सबसे पहली प्रायोरिटी पर ताजमहल पूर्वी गेट से जामा मस्जिद तक 6 किमी का मेट्रो ट्रैक तैयार किया जा रहा है. इसमें 6 मेट्रो स्टेशन हैं. इसके साथ ही दूसरा मेट्रो कॉरिडोर आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक 15.4 किलोमीटर लंबा है. जिसमें 14 स्टेशन हैं.
- 28 सितंबर-2015 को आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट की घोषणा हुई।
- 20 फरवरी-2019 में 8369.62 करोड़ रुपए की डीपीआर बनी.
- 14 अक्टूबर-2020 को वर्कशॉप निर्माण कार्य लीसा इंजीनियर्स को मिला.
- 19 अक्टूबर-2020 को तीन स्टेशन और चार किलोमीटर ट्रैक निर्माण का कार्य सेम इंडिया को मिला.
- सात दिसंबर-2020 को पीएम मोदी आगरा मेट्रो का वर्चुअल उद्घाटन किया.
- आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट दो कॉरिडोर में 29.4 किलोमीटर का ट्रैक बन रहा है.
- मई-2021 में आगरा मेट्रो के ताज पूर्वी गेट का फाउंडेशन कार्य पूरा हुआ.
आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट का ट्रैक
कॉरिडोर का नाम | एलीवेटेड ट्रैक | अंडरग्राउंड ट्रैक |
सिकंदरा-ताज पूर्वी गेट | 6.35 किमी | 7.67 किमी |
आगरा कैंट- कालिंदी विहार | 16 किमी | 00 किमी |