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आगरा: बटेश्वर मई में वन्य प्राणी सप्ताह का किया आयोजन

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Published : Oct 8, 2020, 10:22 AM IST

यूपी के आगरा में वन्य प्राणी सप्ताह कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में ग्रामीणों को जीव जंतुओं का जीवन में कितना महत्व है, यह समझाया गया. इस दौरान वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे.

वन्य प्राणी सप्ताह में ग्रामीणों को जानकारी देते अधिकारी.
वन्य प्राणी सप्ताह में ग्रामीणों को जानकारी देते अधिकारी.

आगरा: थाना बाह क्षेत्र में बटेश्वर मई गांव के पास यमुना बीहड़ किनारे वन विभाग की पौधशाला पर अधिकारियों द्वारा वन्य प्राणी सप्ताह का आयोजन किया गया. जिसमें वन कर्मियों ने ग्रामीणों को जीव-जंतुओं तथा उनकी जीवन शैली के बारे में विस्तार से बताया. साथ ही पौधारोपण एवं पर्यावरण के लिए पौधे कितने जरूरी हैं इसकी जानकारी दी.

वन्य प्राणी सप्ताह अक्टूबर माह में हर वर्ष 1 से 7 तारीख तक मनाया जाता है. कार्यक्रम में एसडीओ वन विभाग एन सुधीर ने बताया कि हमारी पौधशाला में पीपल के पौधे उगाने में चिड़ियों की अहम भूमिका रही है. हर प्राणी को जीवित रहना होगा, अन्यथा मानव अकेला नहीं रह सकता. जीवन में हमारे बीच जीव-जंतुओं का कितना महत्व है इसके बारे में बताया गया. साथ ही जीव-जंतु और पक्षियों की जीवन शैली क्या होती है? इसका क्या महत्व है? ग्रामीणों को विस्तार से वन कर्मियों द्वारा जानकारी दी गई.


जीवों के संरक्षण के लिए एनजीओ मौजूद

वन्य प्राणी सप्ताह में अन्य वनकर्मियों में डीएसओ राजीव कुमार, रेंजर ललित कुमार, डिप्टी रेंजर मनोज कुमार, वन दरोगा सुरेश कुमार, निर्मल द्विवेदी, वन रक्षक राजेश परिहार, योगेश यादव द्वारा अलग-अलग तरीके से ग्रामीणों को वन्य प्राणियों के बारे में विस्तार से बताया गया. प्रत्येक जीव जंतु तथा उनके आज की जीवनशैली को समझाया गया. किसी भी कीमत पर उन्हें बचाने के लिए लोगों से अपील की गई. इसके अलावा वन्य प्राणी सप्ताह के जीवों के संरक्षण के लिए क्षेत्रीय एंग्री यूथ एनजीओ के वसीम पठान, महेंद्र सिंह भदौरिया, भानू सविता आदि शामिल हुए. उन्होंने लोगों से जीव-जंतुओं को बचाने के आगे आने के लिए अपील की.


हर वर्ष वन विभाग द्वारा 1 से 7 अक्टूबर तक वन्य प्राणी सप्ताह का आयोजन किया जाता है. जीव-जंतुओं, जंगली जानवर के बारे में कार्यक्रम के तहत ग्रामीणों को जानकारी दी जाती है. जीव-जंतुओं की रक्षा करनी चाहिए. ग्रामीणों को बताया गया कि आप ही इन पक्षियों की और जंगली जानवरों की रक्षा नहीं करोगे, तो आपकी आगे आने वाली पीढ़ी को इनके बारे में कोई भी जानकारी नहीं हो सकेगी.

-राजीव कुमार, डीएसओ, वन विभाग

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