आगरा: उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के आगरा मंडल में तैनात वाणिज्यिक प्रबंधक प्रशस्ति श्रीवास्तव को रेलवे का सर्वोच्च अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार मिलेगा. 2017 बैच की आईआरटीएस अधिकारी प्रशस्ति श्रीवास्तव को 15 दिसंबर को रेल मंत्री ये पुरस्कार प्रदान करेंगे. जिसकी आगरा रेल मंडल में खूब चर्चा हो रही है. उन्होंने आगरा रेल मंडल का नाम रोशन किया है. जिसकी वजह उन्हें बधाई और शुभकामनाएं भी खूब मिल रही हैं.
प्रशस्ति श्रीवास्तव के पायलट प्रोजेक्ट से मालगाड़ी के संचालन में समय की बचत के साथ ही वैगन से माल लोड करने और उतारने के लिए कन्वेयर बेल्ट पर बेहतरीन कार्य किया गया है. जिसके लिए ही रेलवे की ओर से उन्हें पुरस्कृत किया जा रहा है. गोरखपुर की मूल निवासी प्रशस्ति श्रीवास्तव के पिता प्रमोद कुमार श्रीवास्तव सेवानिवृत्त अधिकारी हैं. उनकी पढ़ाई कई शहर में हुई.
प्रशस्ति श्रीवास्तव ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की पढ़ाई एटा के सेंटपॉल स्कूल से की. फिर ग्रेटर नोएडा स्थित विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की. इसके बाद प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की. प्रशस्ति श्रीवास्तव की पहली च्वाइस आईएएस थी. आईपीएस और इनकम टैक्स के बाद उनकी चौथी पसंद आईआरटीएस थी.
इनोवेटिव आइडिया से शुरू किया था पायलट प्रोजेक्टः आगरा रेल मंडल की वाणिज्यिक प्रबंधक व जनसम्पर्क अधिकारी प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि रेलवे की आमदनी बढ़ाने और मालगाड़ियों की गति बेहतर करने पर काम किया गया था. मैंने इनोवेटिव आइडिया पर काम किया. फिर, अपने सीनियर अधिकारीयों से इस पर चर्चा की, जिसमें कई जरूरी सुझाव के बाद 2021-22 में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में यमुना ब्रिज और कुबेरपुर गुड्स शेड से इनोवेटिव आइडिया की शुरुआत की.