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दिल्ली में यमुना उफनाई तो आगरा में भी बढ़ने लगा जलस्तर - आगरा की खबरें

दिल्ली में यमुना उफनाई तो आगरा में भी यमुना और चंबल का जलस्तर बढ़ने लगा. चलिए जानते हैं इस बारे में.

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Published : Jul 10, 2023, 10:38 PM IST

आगराः देश भर में बारिश हो रही है. दिल्ली एनसीआर के साथ ही पहाडों पर मेघ झमाझम बरस रहे हैं जिससे देश की राजधानी दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान के उपर बह रही हैं. आगरा में बारिश हो रही है. जिससे यमुना नदी का ताजनगरी में भी जलस्तर हर दिन बढ़ रहा है. इसके साथ ही हाथिनी कुंड से तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जो तीन से चार दिन में आगरा पहुंचेगा. इससे कुछ दिनों में आगरा में यमुना का जलस्तर और बढ़ जाएगा. इसके साथ ही मप्र और राजस्थान भी घनघोर बारिश हो रही जिससे चंबल नदी में भी जल स्तर बढ रहा है. यमुना और चंबल का जल स्तर बढने को लेकर जिला प्रशासन सतर्क हो गया है.

बता दें कि बीते दिनों से देश के कई राज्यों में भारी बारिश हो रही है. बारिश की वजह से दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. देश की राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां पर यमुना नदी खतरे के निशान पार कर चुकी हैं जिससे दिल्ली में बाढ़ के हालात हैं. यमुना का जलस्तर बढ़ने पर हाथिनी कुंड से करीब तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जिसको लेकर आगरा जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है.

इस बारे में आगरा में सिंचाई विभाग के अधिकारी शरद सौरभ गिरि बताते हैं कि बारिश के चलते आगरा में यमुना में जलस्तर बढ़ा है. अभी यमुना का जलस्तर 186 फीट है जो खतरे के निशान से नीचे है. हाथिनी कुंड से छोड़ा गया तीन लाख क्यूसेक पानी तीन दिन में गोकुल बैराज पहुंचेगा. आगरा में इस पानी के आने में चार दिन का समय लगेगा. आगरा में इस पानी से यमुना का जलस्तर बढेगा. मगर, परेशानी जैसी कोई बात नहीं होगी.

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एडीएम एफआर यशवर्धन श्रीवास्तव ने बताया कि यमुना में बीते दिनों में जलस्तर बढेगा. इसको लेकर आपदा प्रबंधन की सभी तैयार पूरी की जा रही हैं. आगरा में नदी की बात करें तो 193 फीट पर लो फ्लड लेवल है इसके साथ ही राजस्थान और मप्र में हो रही बारिश से चंबल का जलस्तर बढ रहा है. इस बारे में चंबल और यमुना नदी की तलहटी में बसे गांव के लोगों को सतर्क कर दिया है. सदर, एत्मादपुर, फतेहाबाद और बाह तहसील के एसडीएम को आपदा प्रबंधन के निर्देश जारी किए हैं.

आगरा में 45 साल पहले आई थी बाढ़
आगरा की बात करें तो सन 1978 में यमुना नदी में बाढ़ आई थी तब यमुना नदी के पानी ने ताजनगरी की सड़कों और घरों में दस्तक दे दी थी तब बेलनगंज, फ्रीगंज और जीवनी मंडी समेत तमाम अन्य इलाकों में स्टीमर चलाया गया था तब सेना ने राहत कार्यों की कमान संभाली थी. शहर की सबसे बडी थोक राशन की मंडी मोतीगंज बाजार में चीनी, नमक, दालें, आटा, सूजी, मैदान और राशन की दुकान और गोदाम में यमुना का पानी भर गया था.

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