आगरा : मौसम विभाग ने पश्चिमी विक्षोभ के चलते जिले में 5 से 7 अप्रैल तक चेतावनी जारी की है. 72 घंटे में आंधी तूफान के आन की संभावना है. इसके साथ ही 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी आंधी भी चल सकती है. मौसम विभाग की चेतावनी के बाद जिला प्रशासन ने सभी तहसील के एसडीएम, तहसीलदार, लेखपाल और अन्य तमाम छोटे कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं कि किसी भी आपदा की स्थिति में निपटने के लिए अलर्ट रहें.
मौसम विभाग ने 5 अप्रैल से सुबह 8 बजे से 7 अप्रैल की सुबह 8 बजे तक की चेतावनी जारी की है. आपदा से निपटने के पूरे इंतजाम करें. जिससे तत्काल ही आपदा प्रभावित क्षेत्र में राहत कार्य शुरू किया जा सके. पिछले वर्ष अप्रैल में आगरा में तूफान आया था. मौसम विभाग के मुताबिक, पूर्वी अफगानिस्तान और उसके नजदीकी क्षेत्रों में समुद्र तल से करीब 3.1 किलोमीटर पर पश्चिमी विक्षोभ के चलते चक्रवाती तूफान की स्थिति बनी है. जिससे पश्चिमी राजस्थान, उत्तरी मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान और मध्य पाकिस्तान मौसम परिवर्तन का असर दिखाई दे रहा है. इसके चलते मौसम विभाग ने 5 अप्रैल से सुबह 8 बजे से 7 अप्रैल की सुबह 8 बजे तक की चेतावनी जारी की है.
जिन शहरों के लिए मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है. उनमें आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, अलीगढ़, हाथरस, एटा, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, जीबी नगर, अमरोहा, मुरादाबाद, बुलंदशहर, महोबा, हमीरपुर, जालौन, झांसी, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, बलरामपुर,श्रावस्ती, बहराइच, खीरी और पीलीभीत शामिल हैं.
एडीएम एफआर रमेश चंद्र ने बताया कि मौसम विभाग से मिली तूफान आने की एडवाइजरी के बाद सभी तहसील के एसडीएम, तहसीलदार, लेखपाल और अन्य कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया गया है. सब को निर्देश दिए हैं कि आपदा से निपटने के लिए सभी तरह के इंतजाम पूरे कर लें, जिससे आपदा के समय जल्द से जल्द राहत कार्य शुरू किया जा सके.
इसके साथ ही चिकित्सा विभाग को भी इस बारे में अवगत करा दिया गया है कि यदि आपदा की स्थिति बनती है तो वह किस तरह से अपनी सेवाएं सुचारू रखेंगे. जिससे आमजन को उसका लाभ मिल सके. इस बारे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी को भी अवगत करा दिया गया है. सभी आपदा से निपटने के लिए सभी तरह के इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं.