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आगराः स्टोर कर लें पानी, 24 घंटे नहीं होगी सप्लाई

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Published : Dec 24, 2020, 11:58 AM IST

आगरा जिले के कई क्षेत्रों में गुरुवार शाम जलापूर्ति नहीं होगी. जिसे देखते हुए जल निगम, गंगाजल इकाई ने लोगों से पर्याप्त पानी के स्टोरेज की अपील की है. 25 दिसंबर की सुबह जलापूर्ति के आसार कम हैं.

होगी टैंकर से पानी की सप्लाई
होगी टैंकर से पानी की सप्लाई

आगरा:ताजनगरी के आधे शहर में गुरुवार शाम और शुक्रवार सुबह जलापूर्ति नहीं होगी. पेयजल की किल्लत को दूर करने के लिए जल संस्थान की ओर से 12 से ज्यादा टैंकरों से पानी की आपूर्ति की जाएगी. इंजीनियर पेयजल आपूर्ति पर नजर रखे हुए हैं. 24 घंटे के भीतर नौलक्खा स्थित नए क्लीयर वॉटर रिजर्व वायर (सीडब्ल्यूआर) की लाइन को राइजिंग लाइन से जोड़ा जाएगा, इसलिये जल संस्थान के अधिकारियों ने जनता से अपील किया कि टैंकर से पानी का स्टॉक रख लें.

गंगाजल प्रोजेक्ट के तहत शहर के विभिन्न क्षेत्रों में भूमिगत जलाशय और टंकियां बनाई जा रही हैं, ताकि पेयजल आपूर्ति बेहतर की जा सके. इसी बाबत नौलक्खा में 2600 किलोलीटर का सीडब्ल्यूआर (क्लीयर वॉटर रिजर्व वायर) बनकर तैयार किया गया है. जल संस्थान के महाप्रबंधक आरएस यादव का कहना है कि सीडब्ल्यूआर को राइजिंग से जोड़ने के लिए 24 घण्टे तक का समय लग सकता है. इस समय में जलापूर्ति बाधित रहेगी, इसलिये आज शाम तक शहर के ताजगंज, प्रतापपुरा, नामनेर सहित अन्य क्षेत्रों में टैंकरों से जलापूर्ति की जाएगी. इसकी जिम्मेदारी अधिशासी अभियंता को सौंपी गई है.

आठ घंटे चलेगी खुदाई
जल निगम, गंगाजल इकाई के परियोजना प्रबंधक आरके गुप्ता ने बताया कि गुरुवार सुबह जलापूर्ति के बाद पेयजल आपूर्ति पाइप लाइन से सीडब्ल्यूआर को जोड़ने के लिए खुदाई शुरू हो जाएगी. खुदाई में सात से आठ घंटे का समय लगेगा, क्योंकि पांच मीटर गहरी खुदाई होगी. इसके बाद 1800 एमएम की पाइप लाइन बिछाई जाएगी.

100 एमएलडी का प्लांट नहीं चलेगा
नौलक्खा में 2600 किलोलीटर का सीडब्ल्यूआर को जोड़ने के काम के चलते जीवनी मंडी वाटरवक्रस में गुरुवार सुबह दस बजे 100 एमएलडी का प्लांट बंद हो गया. इसके बाद शुक्रवार सुबह दस बजे प्लांट चालू होगा. इसके बाद ही पेयजल आपूर्ति शुरू होगी.

यहां की जलापूर्ति प्रभावित होगी
शहर के जिन क्षेत्रों में जलापूर्ति प्रभावित होगी, उनमें छावनी परिषद के आठ वार्ड, ताजगंज, रकाबगंज, बुंदू कटरा, मधु नगर, नामनेर, ईदगाह, प्रतापपुरा, सैन्य अभियंता सेवाएं (एमईएस) क्षेत्र शामिल हैं.

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