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आगरा: विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं राज्यमंत्री, फिर भी जनता पेयजल की समस्या से परेशान - आगरा खबर

यूपी के आगरा की छावनी विधानसभा की कुशवाह कुंज कॉलोनी में पेयजल की किल्लत अभी कम नहीं हो रही है. यहां की जनता पांच साल से पेयजल की पीड़ा लेकर क्षेत्रीय विधायक डॉ. जीएस धर्मेश से कई गुहार बार गुहार लगा चुकी हैं. लेकिन अभी तक सिर्फ आश्वासन पर 150 घरों की प्यास की आस टिकी है. वहीं इस विधानसभा के विधायक राज्यमंत्री है.

कुशवाह कुंज कॉलोनी में पेयजल की किल्लत.
कुशवाह कुंज कॉलोनी में पेयजल की किल्लत.

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Published : Aug 29, 2020, 6:17 PM IST

आगरा:आगरा की छावनी विधानसभा वीवीआईपी हैं. यहां के विधायक राज्य सरकार में राज्यमंत्री हैं. इसी विधानसभा क्षेत्र में वीआईपी कैंट रोड पर दशकों पुरानी कॉलोनी कुशवाह कुंज है. यहां की जनता पांच साल से पेयजल की पीड़ा लेकर क्षेत्रीय विधायक राज्यमंत्री डॉ. जीएस धर्मेश से कई गुहार बार गुहार लगा चुकी हैं. जनता तमाम बार नगर निगम, जलसंस्थान जीएम, डीएम से पीड़ा साझा कर चुकी है. सांसद और सीएम से भी पानी की किल्लत की शिकायत की गई है. मगर अभी तक सिर्फ आश्वासन पर 150 घरों की प्यास की आस टिकी है. इससे सुबह चार बजे से जनता मंदिर पर लगी खारे पानी की सबमर्सिबल से पानी भरने को कतार में लग जाते हैं.

कुशवाह कुंज कॉलोनी में पेयजल की किल्लत.

जिले में गंगाजल आ गया, लेकिन पेयजल की किल्लत अभी कम नहीं हो रही है. जिले की छावनी विधानसभा क्षेत्र की कॉलोनी केशव कुंज में पानी की किल्लत है. यहां पर मंदिर के बाहर खारे पानी की सबमर्सिबल लगी है और एक टंकी रखी है. टंकी से पानी भरने के लिए डेढ़ सौ से ज्यादा परिवार के लोग सुबह 4 बजे से देर शाम तक कतार में लगते हैं. जबकि छावनी क्षेत्र के विधायक डॉ. जीएस धर्मेश राज्य सरकार में राज्यमंत्री हैं.

स्टीमेट की फाइल भी गायब
स्थानीय निवासी रघुवीर सिंह का कहना है कि, हमारे क्षेत्र के विधायक डॉ. धर्मेश हैं. पानी की शिकायत को लेकर कई बार उनसे मिले और यहां पर भी विधायक जी आए. तभी से जनता को आश्वासन मिल रहा है. जलसंस्थान जीएम ने फरवरी-2018 में यहां की समस्या के लिए स्टीमेट बनाया. मगर कोई काम नहीं हुआ है. अभी हाल में देखा गया तो विभाग से वह फाइल भी गायब है. जिसमें 18 लाख रुपए का स्टीमेट था.

यहां पर नहाते हैं लोग
स्थानीय निवासी संतोष कुमार का कहना है कि घर पर पानी नहीं है. बच्चे छोटे-छोटे हैं. वे कितना पानी भरकर के ले जाएं. इसलिए इस कॉलोनी में रहने वाले सभी बड़े लोग और बच्चे भी मंदिर पर आकर टंकी के पास ही नहाते हैं.

नहीं रुकते किराएदार
स्थानीय निवासी अंकित का कहना है कि पानी की किल्लत के चलते यहां किराएदार रुकते हैं. जल्द ही मकान खाली कर जाते हैं. इसके साथ ही यहां के कई लोग भी अपना मकान बेच कर दूसरी जगह चले गए हैं. जब सबमर्सिबल खराब हो जाती है, तब और समस्या हो जाती है.

पानी की पीड़ा नहीं सुनता कोई
स्थानीय निवासी राजेंद्र कुशवाह का कहना है कि पानी की पीड़ा को लेकर हम स्थानीय पार्षद से मिले. तो उन्होंने कहा था कि सभी इकट्ठे होकर के आओ. हम सब क्षेत्रीय विधायक राज्यमंत्री डॉ. जीएस धर्मेश के यहां चलेंगे. कई बार जनता पार्षद के यहां पहुंची, लेकिन पार्षद नहीं मिले. जब पार्षद मिले तो यह कहकर भेज दिया कि, बाद में आना.

रात में जागकर भरते हैं पानी
स्थानीय महिला पुष्पा देवी का कहना है कि 5 साल से ज्यादा समय हो गया. हमारे यहां वाटर वर्क्स की सप्लाई नहीं आती है. रात में किसी तरह से जागकर हम लोग सबमर्सिबल से पानी भरते हैं. जब यह सबमर्सिबल खराब हो जाती है, तो इसे स्थानीय लोग ही चंदा करके इसे ठीक कराते हैं. पीने के लिए हम पानी खरीदते हैं, क्योंकि यहां सबमर्सिबल का पानी खारा है. लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो रहा है.

वीवीआईपी विधानसभा क्षेत्र में जनता की पानी की पीड़ा कोई सुनने वाला नहीं है. जबकि आगरा स्मार्ट सिटी बन गया है. कुशवाह कुंज से कुछ मीटर की दूरी पर छावनी परिषद की पेयजल की पाइप लाइन जा रही है. जिससे ही पहले यहां पेयजल आपूर्ति होती थी. मगर 2016 में कुशवाह कुंज की पाइपलाइन का काट दिया गया. तभी से डेढ़ सौ परिवार की हजारों की आबादी पेयजल किल्लत से जूझ रही है.

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