आगराःजिले के ब्लॉक बिचपुरी की ग्राम पंचायत पथोली नई आबादी नगला बसुआ में करीब 100 परिवार रहते हैं. तीन सालों से बिजली कनेक्शन न मिलने से आक्रोशित ग्रामीण मंगलवार से धरने पर बैठ गए हैं. बुधवार को उन्होंने पुतला भी फूंका. ग्रामीणों का कहना है कि वे 3 साल से नई आबादी नगला बसुआ में रह रहे हैं. बिजली की मांग को लेकर विद्युत अधिकारियों और प्लॉट देने वाले बिल्डर के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक बिजली कनेक्शन नहीं मिलेगा, वे धरने से नहीं हटेंगे.
प्रधानमंत्री की योजना पर भी लगा पलीता
नगला बसुआ निवासी मछला देवी ने बताया कि तीन साल से प्रॉपर्टी डीलर और विद्युत अधिकारियों के पास बिजली की मांग को लेकर चक्कर लगा रहे हैं. जिलाधिकारी और एसडीओ मलपुरा के साथ संबंधित सभी सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाए, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही. इससे प्रधानमंत्री की योजना, 'हर घर को बिजली मिले' को पलीता लगाता दिख रहा है.
बिजली विभाग और बिल्डर के बीच फुटबॉल बने ग्रामीण
नई आबादी निवासी यामीन खान ने बताया है कि मंगलवार से यहां नई आबादी में ही सभी परिवारों ने मिलकर भूख हड़ताल व धरने पर बैठने का निर्णय लिया है. मंगलवार की सुबह 8 बजे से ही महिलाएं बच्चे एवं बुजुर्ग सभी धरना स्थल पर बैठ गए हैं. उन्होंने बताया है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी, यह धरना इसी प्रकार चलता रहेगा. ग्रामीणों ने बताया है कि उन्हें प्लॉट देते समय बिल्डर सज्जन अली ने लाइट दिलाने का वादा किया था. लाइट के नाम पर बिल्डर ने सबसे 15000 रुपये लिए थे, पर अब तक बिजली कनेक्शन नहीं मिला. अब धरने पर बैठने को मजबूर हैं. इस हड़ताल और धरने के संबंध में थाना मलपुरा, एसडीओ मलपुरा के साथ-साथ संबंधित अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया था पर कोई भी अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि धरना स्थल पीड़ित परिवारों से मिलने नहीं पहुंचा.
बिल्डर का पुतला फूंका
मंगलवार को धरने के बाद कोई कार्रवाई न होने के बाद बुधवार को परेशान ग्रामीणों ने बिल्डर का पुतला भी फूंका. कहा, यदि मांगें नहीं मानीं गईं तो अभी और भी तेज आंदोलन होगा. ग्रामीणों का कहना है कि बिजली कनेक्शन नहीं मिलने से अंधेरे में ही दीपावली मनानी पड़ेगी. अब इस समस्या का समाधान करके ही धरने से उठेंगे.
राज्यमंत्री से लगाई थी गुहार