आगराःउत्तर प्रदेश की जेलों में अब अंग्रेजों के बनाए हुए कानून नहीं चलेंगे. योगी सरकार ने 128 साल बाद जेल मैनुअल में बदलाव(Variations of Jail Manual) किया है और इसके चलते ही पहली बार शनिवार को प्रदेश की सभी जेलों में बंदियों की उनके परिजनों से मुलाकात कराई जा रही है. योगी सरकार की ओर से किए गए जेल मैनुअल में बदलाव (Variations of Jail Manual) से बंदी और उनके परिजन बेहद खुश नजर आ रहे हैं. मुलाकात करने आए लोगों का कहना है कि, नए जेल मैनुअल से तमाम सुविधाएं बंदियों को मिल रही है और जेल का माहौल भी बदल रहा है.
बता दें कि अंग्रेजी हुकूमत ने सन 1894 में प्रिजन एक्ट (Prison Act) बनाया था. इसी के आधार पर सन 1941 से ही जेल मैनुअल बनाया गया. योगी सरकार ने अंग्रेजों के समय के जेल मैनुअल में बदलाव करके नया मैनुअल बनाया है, जो 16 अगस्त-2022 को पास हो गया था जिसे अब यूपी में लागू किया है. जेल डीआईजी आगरा मंडल आरके मिश्र ने बताया कि, नए जेल मैनुअल में सजा-ए-काला पानी और कोड़े मारना की सजा से मुक्ति मिल गई है. इसके साथ ही जेल में चेन और हथकड़ी की व्यवस्था को भी समाप्त कर दिया गया. अब नए मैनुअल के 357 प्रस्तर से जेल में बंदियों को कई सुविधाएं दी गई हैं.
बेहद जरूरी था मैनुअल में बदलाव
जेल मैनुअल के बदलाव (Variations of Jail Manual) के बाद पहले शनिवार को आगरा जिला जेलन में मिलाई करने आए भाजपा नेता भूप सिंह इंदौरिया ने कहा कि, योगी सरकार ने 128 साल पुराने जेल मैनुअल में बदलाव किया है. इसकी बेहद जरूरत थी. इस मैनुअल के चलते अब शनिवार को भी बंदियों से मुलाकात हो रही है. इसके साथ ही तमाम सुविधाएं भी जेल में बढ़ाई गई हैं.