आगरा: यूपी बोर्ड परीक्षा में (UP board exam certificate 2021) प्रमाण पत्र सौंपे जाने के मामले में राज्य बाल आयोग (state child protection commission) ने संज्ञान लिया है. सत्र 2021 की बोर्ड परीक्षाओं के अर्धवार्षिक, प्री-बोर्ड और आंतरिक अंकों के आधार पर विद्यार्थियों का परिणाम जारी कर दिया. अंक पत्र में छात्रों के अंतिम परिणाम के आगे सिर्फ प्रमोट लिखा गया है. प्रमाण पत्र में अंक नहीं लिखे गए हैं. इससे छात्रों में नाराजगी है. वहीं, कोशिश फाउंडेशन के फाउंडर नरेश पारस ने छात्रों की इस समस्या के लिए राज्य बाल संरक्षण आयोग को पत्र लिखा था. इस शिकायत पर संज्ञान लेते हुए राज्य बाल आयोग ने शिक्षा अधिकारियों को तलब किया है.
यूपी बोर्ड परीक्षा (UP board exam certificate 2021) अर्धवार्षिक, प्री-बोर्ड और आंतरिक अंकों के आधार पर सत्र 2021 का प्रमाण पत्र जारी कर दिया है. बिना अंकों पत्रों में सिर्फ प्रमोट लिखा गया है. इससे छात्रों में आक्रोश है और इसकी वजह से उन्हें कोई भी संस्थान या विश्वविद्यालय प्रवेश नहीं दे रहा है. वहीं, छात्रों को मेरिट नहीं बनने और मेरिट सूची से बाहर होने का डर सता रहा है. कोशिश फाउंडेशन के फाउंडर और बाल संरक्षण के लिए काम करने वाले एक्टिविस्ट नरेश पारस ने छात्रों के लिए आवाज उठाई.
एक्टिविस्ट नरेश पारस ने बुधवार (8 जून) को कई छात्रों के साथ जिला विद्यालय निरीक्षक के कार्यालय पर धरना दिया. साथ ही उन्होंने छात्रों की इस समस्या को लेकर राज्य बाल संरक्षण आयोग एक शिकायती पत्र भी भेजा था. इस मामले में बाल आयोग की सदस्य सुचित्रा चतुर्वेदी ने माध्यमिक शिक्षा सचिव और आगरा, लखनऊ के जिला विद्यालय निरीक्षक को तलब किया है.