आगरा:ताजमहल के दीदार के लिए प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक आगरा आते हैं. पर्यटकों को ध्यान में रखते हुए ताजमहल के पूर्वी और पश्चिमी गेट पर एंबुलेंस की सुविधा रहती है. वहीं गेटों पर खड़ी दोनों एंबुलेंस की सुविधा सिर्फ शोपीस साबित हो रही हैं.
पर्यटकों को नहीं मिल रही चिकित्सा सुविधा. - एंबुलेंस में ऑक्सीजन गैस सिलेंडर और प्राथमिक चिकित्सा की दवाएं उपलब्ध हैं.
- एंबुलेंस में डॉक्टर की कमी की वजह से पर्यटकों को प्राथमिक उपचार नहीं मिल रहा है.
- यह एंबुलेंस सिर्फ बीमार पर्यटक को हॉस्पिटल में शिफ्ट करने का ही काम कर रही हैं.
- चिकित्सा विभाग की यह लापरवाही किसी पर्यटक की जान पर भारी पड़ सकती है.
एंबुलेंस चालक सत्यवीर सिंह ने बताया कि करीब एक साल से एंबुलेंस में चिकित्सक और नर्सिंगकर्मी नहीं हैं. एंबुलेंस में दवाएं और ऑक्सीजन गैस सिलेंडर भी हैं, लेकिन दवाई देने और ऑक्सीजन लगाने वाला कोई नहीं है. इस वजह से पर्यटकों को प्राथमिक उपचार भी नहीं मिल रहा है.
पहले चिकित्सकों को तैनात किया था, क्योंकि तब हमारी डिस्पेंसरी चलती थी. यहां से चिकित्सक एंबुलेंस पर तैनात रहते थे. डिस्पेंसरी की बिल्डिंग जर्जर होने की वजह से वहां पर किसी भी स्टाफ का बैठना संभव नहीं है. इसलिए चिकित्सकों को हटा दिया गया. शासन से 108 एंबुलेंस को दोनों ही गेट पर तैनात करने के लिए प्रस्ताव भेजा है. यह व्यवस्था जल्द ही हो जाएगी.
-डॉ. मुकेश कुमार वत्स, मुख्य चिकित्सा अधिकारी