आगरा: भारत में हर पर्व को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. फिर चाहे वो होली हो, ईद हो या फिर क्रिसमस. दिसंबर का महीना लोगों के लिए काफी उत्साह से भरा होता है. 25 दिसंबर के लिए लोग इस समय काफी तैयारी कर रहे हैं.
इस चर्च को अकबर ने बनवाया था
इन सबके बीच उस चर्च का जिक्र न हो जिसे मुगल बादशाह अकबर ने 1599 में स्मारकों के शहर ताजनगरी में बनावाया था तो यह थोड़ा न इंसाफी होगी. आज हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसे चर्च के बारे में जो उत्तर भारत में सबसे पहले बना था.
उत्तर भारत का सबसे पहला चर्च. आगरा के दिल माने जा रहे संजय प्लेस क्षेत्र के निष्कलंक माता के गिरजाघर के पीछे अकबरी चर्च विद्यमान है. बताया जाता है कि इस चर्च को कई बार राजाओं द्वारा तोड़ा गया, लेकिन बाद में इस चर्च का निर्माण फिर से किया गया.
कई बार तोड़कर स्थापित किया गया था यह चर्च
दीन-ए-इलाही धर्म के प्रचार के दौरान गोआ से चार पादरियों को अकबर ने तत्कालीन राजधानी फतेहपुर सीकरी बुलाया और फिर उनके लिए यहां इस चर्च का निर्माण करवाया था. कई बार टूटे जाने के बाद इस चर्च को 1778 में स्थापित किया गया.