आगरा: जिले के थाना खंदौली के नेहर्रा गांव में शहीद हुए दारोगा प्रशांत यादव को पुलिस लाइन सभागार में गुरुवार को सलामी दी गई. इस मौके पर पुलिस आलाधिकारियों सहित राज्यमंत्री जी एस धर्मेश तथा विधायक राम प्रताप चौहान मौजूद रहे. पुलिस अधिकारियों ने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस मौके पर शहीद दारोगा प्रशांत यादव को श्रद्धांजलि देने पहुंचे राज्यमंत्री जी एस धर्मेश ने शहीद के परिजनों को 50 लाख का चेक भी सौंपा. वहीं परिवार के एक सदस्य को नौकरी भी दी जायेगी. इस दौरान उन्होंने कहा कि शहीद दारोगा के नाम से उनके पैतृक गांव में एक सड़क का भी निर्माण कराया जाएगा, जिससे दारोगा प्रशांत यादव के पराक्रम की गाथा आजीवन अमर रहे. इसके साथ ही राज्यमंत्री ने परिवार को ढांढस भी बंधाया और पूरी सहायता का आश्वासन भी दिया.
आगरा गोलीकांड: दारोगा प्रशांत यादव को दी गई श्रद्धांजलि
10:55 March 25
दारोगा प्रशांत यादव को दी गई श्रद्धांजलि, जी एस धर्मेश ने परिजनों को सौंपा 50 लाख का चेक
09:27 March 25
सरकार ने मृतक दारोगा को दिया शहीद का दर्जा
आगरा:जिले के खंदौली थाना क्षेत्र में स्थिति गांव नहर्रा में भाईयों का जमीनी विवाद सुलझाने गए दारोगा प्रशांत कुमार यादव की बुधवार शाम गोली मारकर हत्या कर दी थी. हत्यारोपी की तलाश में रातभर गांव और उसके आसपास के क्षेत्र में पुलिस टीमों का सर्च ऑपरेशन चला. मगर आरोपी और उसका परिवार का कोई भी सदस्य पुलिस के हाथ नहीं आया. आशंका है कि, आरोपी और उसके परिजन गांव से सटी नदी को पार करके हाथरस जिले की सीमा में प्रवेश कर गया है. पुलिस टीमें संभावित स्थानों पर आरोपी और उसके परिजनों की तलाश में दबिश दे रही हैं. वहीं, दारोगा प्रशांत कुमार यादव की हत्या की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया. पत्नी और मां सहित अन्य परिजन भी खंदौली के सरकारी अस्पताल पर देर रात पहुंच गए. उन्होंने हंगामा करते हुए आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की. पुलिस अधिकारियों ने 24 घंटे में आरोपी की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है.
रात भर चला सर्च ऑपरेशन
दारोगा प्रशांत कुमार यादव की हत्या की खबर मिलते ही एडीजी राजीव कृष्ण, आईजी के साथ ही एसएसपी बबलू कुमार और कई थानों का फोर्स गांव नहर्रा पहुंच गए. पूरा गांव छावनी में बदल गया. एडीजी ने कई टीमों का गठन किया और आरोपी की तलाश में दबिश देने के लिए रवाना की. इसके साथ ही कई थानों के पुलिस फोर्स ने गांव नहर्रा और उसके आसपास के गांव में सर्च ऑपरेशन रात भर चलाया. लेकिन, आरोपी विश्वनाथ और उसके परिवार का कोई भी सदस्य पुलिस टीम के हाथ नहीं आया है.
सरकार ने दिया शहीद का दर्जा
दबंग विश्वनाथ द्वारा गोली मारकर दारोगा प्रशांत कुमार यादव की हत्या करने के बाद से आगरा से लखनऊ तक पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. सरकार ने मृतक दारोगा प्रशांत कुमार यादव को शहीद का दर्जा दिया है. साथ ही परिवार को 50 लाख रुपये की तत्काल आर्थिक राहत के साथ ही परिवार के एक सदस्य को नौकरी और गांव में उनके नाम से सड़क बनाने का भी ऐलान किया है.
2007 में चर्चा में आया था गांव नहर्रा
बता दें गांव नहर्रा सन् 2007 में भी चर्चाओं में आया था. उस समय गांव में प्रेमी और प्रेमिका की हत्या करके शव दफना दिए थे. सूचना पर पहुंची पुलिस को सिर्फ राख मिली थी. इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की. तमाम लोगों की गिरफ्तारी हुई. मगर, साक्ष्यों के अभाव में सभी आरोपी बरी हो गए. अब एक बार फिर 24 मार्च 2021 को दरोगा की हत्या से गांव चर्चा में आया है.
01:34 March 25
परिवार के साथ घर छोड़कर भागा आरोपी
आगराः जिले में खंदौली थाना क्षेत्र के गांव नहर्रा में दो भाइयों का विवाद निपटाने गए दारोगा की गोली मारकर हत्या के मामले में आरोपी और उसका परिवार फरार हो गए हैं. घटना करीब शाम 7:30 बजे की है. उस समय आरोपी विश्वनाथ के घर में खाना बनाने की तैयारी हो रही थी.
परिवार के साथ घर छोड़कर भागा आरोपी
विश्वनाथ के दारोगा को गोली मारने के बाद उसके परिवार के लोग घर से भाग गए. उसकी मां, पत्नी और बेटे भी भागे हुए हैं. रसोई में आटा गुत्था रखा था. सब्जी बनी रखी थी. मगर सभी मकान की दीवार तोड़ कर खेतों के रास्ते भाग गए. आरोपी और उसके परिवार की तलाश में लगातार पुलिस की टीमें संभावित स्थानों पर छापेमारी कर रही है.
सात बीघा जमीन का विवाद
शिवनाथ की बेटी लक्ष्मी का कहना है कि पिता शिवनाथ और चाचा विश्वनाथ की बीच 7 बीघा जमीन को लेकर विवाद चल रहा है. पिता शिवनाथ को दादा विजय सिंह ने पट्टे पर सात बीघा खेत दिया था. जिनमें आलू की बुवाई की थी. आलू की जब खुदाई करने के लिए गए तो विश्वनाथ ने इसका विरोध किया था और गोली मारने की धमकी दी थी.
00:01 March 25
जिले के खंदौली थाना क्षेत्र में दो भाइयों के बीच आलू खोदने को लेकर विवाद हुआ था. इस मामले में पुलिस टीम समझौता कराने पहुंची थी. इसी बीच एक ने दारोगा को गोली मार दी.
आगराः जिले के खंदौली थाना क्षेत्र में बुधवार देर शाम को एक दारोगा की गोली मारकर हत्या कर दी गई. गौरतलब है कि क्षेत्र के गांव मेहरा में दारोगा प्रशांत यादव और दो पुलिस कर्मी एक मामले में जांच के लिए गए थे. इस दौरान एक आरोपी ने दारोगा पर गोली चला दी. घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए.
20:13 March 24
आलू खुदाई में विवाद होने पर पहुंची थी पुलिस
ये था घटनाक्रम
जिले के खंदौली के गांव नहर्रा निवासी शिवनाथ सिंह का बुधवार सुबह अपने छोटे भाई विश्वनाथ सिंह से आलू खुदाई को लेकर विवाद हो गया. मामला पुलिस तक पहुंच गया. इस पर दारोगा प्रशांत अपने सहकर्मियों संग मौके पर पहुंच गए. उनकी मौजूदगी में आलू खुदाई हुई. शाम तकरीबन सात बजे पुलिस ने विश्वनाथ को हंगामा करने के आरोप में पकड़ लिया. पुलिस आरोपी को अपने साथ लेकर आने लगी. विश्वनाथ के पास तमंचा था. आरोप है कि उसने मौका देखकर तमंचे से दारोगा प्रशांत पर गोली चला दी. दारोगा की मौके पर ही मौत हो गई. घटना से गांव में अफरा-तफरी मच गई. सूचना पर एसएसपी बबलू कुमार सहित अन्य पुलिस अधिकारी पहुंच गए. पुलिस टीम जांच में जुटी है.
सीएम ने दुख जताया
दारोगा प्रशांत यादव की मौत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है. उन्होंने दारोगा के परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. साथ ही कहा है कि ड्यूटी पर शहीद हुए दारोगा के नाम पर सड़क का नामकरण किया जाएगा और परिवार में निर्भर व्यक्ति को योग्यतानुसार नौकरी दी जाएगी.
खंदौली में थी तैनाती
दारोगा प्रशांत यादव की तैनाती खंदौली थाना में थी. वह वर्ष 2015 में यूपी पुलिस में दारोगा पद पर भर्ती हुए थे. दारोगा प्रशांत यादव मूल रूप से बुलंदशहर के छतारी के रहने वाले थे. पुलिस ने परिजनों को सूचना दी तो घर में कोहराम मच गया. आगरा में पहले भी पुलिस पर हमले हुए हैं. पिछले में नौ वर्षों के दौरान विभिन्न घटनाएं हुईं, जिसमें सात पुलिसकर्मी मारे गए.
9 साल में मारे गए सात पुलिसकर्मी
- 08 नवंबर, 2020: खेरागढ़ में खनन माफिया के गुर्गे सिपाही सोनू पर ट्रैक्टर चढ़ाकर मार डाला था.
- 14 जुलाई 2020: किरवली में खनन माफिया के सहयोगी ने कांस्टेबल राघवेंद्र पर ट्रैक्टर चढ़ाया. कांस्टेबल घायल.
- 06 जुलाई, 2020: फतेहाबाद के लालपुरा गाँव के पास पुलिस टीम पर हमला किया गया.
- 19 दिसंबर, 2019: खेरागढ़ क्षेत्र में अवैध रेत खनन कर रहे ट्रैक्टर से लोगों ने पुलिस को टक्कर मार दी. इसमें दो सिपाही घायल हो गए.
- 03 नवंबर, 2019: एरदतनगर में खनन माफिया ने एसआई निशाक त्यागी की गोली मारकर हत्या कर दी.दो पुलिसकर्मी घायल हो गए थे.
- 05 जून, 2019: खनन माफिया के लोगों ने खेरागढ़ के बरहरा गांव में पुलिसकर्मियों पर गोलीबारी की थी. चार पुलिसकर्मी घायल हो गए थे.
- 25 सितंबर, 2019: खेरागढ़ के गढ़सन गांव में रेत माफियाओं ने रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को रोकने पर पुलिसकर्मियों पर चलाई गोली.
- 29 जुलाई, 2017: एत्मादुद्दौला में कालिंदी विहार साव फूटा रोड पर बाइक सवारों ने सिपाही सतीश यादव की गोली मारकर हत्या कर दी.
- 05 अप्रैल, 2017: शमसाबाद इलाके में क्राइम ब्रांच के सिपाही अजय यादव की गोली मारकर हत्या.
- 02 जुलाई 2014: मालपुरा में सिपाही प्रदीप यादव की गोली मारकर हत्या.
- दिसंबर 2014: बदमाशों ने एपी एक्सप्रेस में चार पुलिसकर्मियों पर गोलीबारी की और अपने साथी हरेंद्र और विनेश को बचा ले गए. इस घटना में सिपाही खलीक अहमद की मौत हो गई थी.
- 01 अक्टूबर 2012: फराह रेलवे स्टेशन के पास श्रीधाम एक्सप्रेस में शूटरों ने सपा नेता शम्मी कोहली के हत्यारे को मोहित भारद्वाज गोली मार दी. इस दौरान बदमाशों ने सिपाही आस मोहम्मद को ट्रेन से फेंक दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई.