आगरा:जिले के ब्लॉक अकोला के अधिकांश गांव में आवारा गोवंश को लेकर किसानों का दर्द दिखाई दे रहा है. किसान अपने दर्द को अब चौपाल पर एक दूसरे के बीच मिलकर गीतों के माध्यम से भी दर्द बयां करते देखे जा सकते हैं. ब्लॉक अकोला की ही ग्राम पंचायत मनकेड़ा के मौजा नगला कारे की चौपाल में महिलाएं और पुरुष बैठकर गीतों के माध्यम से गायों से होने वाली परेशानी को सरकार से गुहार लगाते दिखाई दे रहे हैं.
गीतों से दर्द साझा कर रहे हैं किसान
चौपाल पर वृद्ध किसान सावित्री देवी ने बताया कि इस समय फसल खेतों में उगाना काफी महंगा साबित हो रहा है. खाद और यूरिया के साथ पानी, बिजली को लेकर किसान पहले से ही परेशान हैं. ऐसे में परिवार के एक सदस्य को चौबीसों घंटे खेत पर रहना पड़ता है. किसान हरि ओम सिंह ने बताया है कि फसल बर्बादी का दर्द आज हमने चौपाल ग्रामीणों के बीच व्यक्त किया है.
ढोलक की थाप पर छलका गांव वालों का दर्द वहीं किसान मिथिलेश चौधरी ने बताया है कि आवारा जानवर इस समय खेतों में आलू और सरसों की फसल को बर्बाद कर रहे हैं. फसलों को बचाने के लिए लाखों रुपए की बाढ़ लगानी पड़ती है. फिरभी आवारा गोवंश तार तोड़कर खेतों में फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं. गीता देवी ने बताया है कि खेतों की रखवाली करें या बच्चों की रखवाली. गोवंशों ने खेतों में धमाल मचा रखा है, आंखों के सामने नुकसान को होते देख आंखों से आंसू भी निकल आते हैं.
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भजन-कीर्तन में झलक रहा दर्द
कमलेश देवी और रामदेवी ने बताया कि इस समय गाय और सांड़ों के आतंक से मुक्ति दिलाने के लिए मोदी और योगी से हम गुहार लगा रहे हैं कि आवारा गोवंश से फसलों को बचाए ताकि किसानों को नुकसान से बचा जा सके. किसान जगदीश ने बताया है कि वह किसानों की मेहनत बचाने के लिए मोदी-योगी से गुहार लगा रहे हैं. उन्होंने बताया है कि आवारा जानवर प्रतिवर्ष करते फसल बर्बाद किसानों की आय कैसे होगी दोगुनी.
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