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अबूझ बीमारी की चपेट में बच्चे, दो ने दम तोड़ा, कई गंभीर - गांव देवनारी में रहस्यमयी बीमारी

आगरा के फतेहपुर सिकरी के गांव देवनारी में बच्चे रहस्यमयी बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. इस बीमारी में मारे गए दो बच्चों को पहले पेट में दर्द हुआ और सांस लेने में दिक्कत हुई. डॉक्टरों के लिए यह बीमारी अबूझ पहेली बन गई है.

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Published : Aug 24, 2022, 2:15 PM IST

आगरा : फतेहपुर सीकरी ब्लॉक के गांव देवनारी में रहस्यमयी बीमारी से दो बच्चों की मौत हो गई. इस इलाके में कई बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है, उन्हें आगरा और भरतपुर के अस्तपतालों में रेफर किया गया है. बच्चों के परिजनों ने बताया कि पहले बच्चों पेट दर्द हुआ और फिर सांस लेने में दिक्कत हुई. जब वह बच्चों को लेकर अस्पताल पहुंचते, उससे पहले उनकी मौत हो गई. बच्चों की मौत डॉक्टरों के लिए पहेली बन गई है. हालांकि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को चिकित्सकों की टीम को गांव देवनारी भेजा, जहां हेल्थ कैंप लगाया गया. कैंप में ग्रामीणों की जांच की गई और उन्हें दवाएं भी दी गई.

रहस्यमयी बीमारी के कारण इन बच्चों ने जान गंवा दी.

चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अभिषेक परिहार के मुताबिक फतेहपुर सीकरी ब्लॉक के गांव देवनारी में रहने वाले 12 वर्षीय अभिषेक की 20 अगस्त की सुबह पांच बजे तबियत खराब हुई थी. उसे पेट दर्द और सांस लेने में दिक्कत हुई थी. उसके पिता जितेंद्र सिंह और परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसी तरह से रामेश्वर की सात वर्षीय बेटी चंचल की 22 अगस्त की सुबह तबियत खराब हुई. चंचल को भी पेट में दर्द और सांस लेने में दिक्कत हुई थी. उसे भी परिजन अस्पताल में लेकर गए. मगर, उसकी जान नहीं बच सकी.

जानकारी के मुताबिक, अभी चार बच्चों और 2 व्यस्कों की हालत खराब है. यह सभी बच्चे पेट दर्द और सांस की दिक्कत से जूझ रहे हैं. हालत गंभीर होने पर गोविंदा (12 वर्ष), मोहित (12 वर्ष), शिवप्रकाश (11 वर्ष), सनी, उदय सिंह (35 वर्ष), कुमरदेई (35 वर्ष) को आगरा व भरतपुर अस्पताल में रेफर किया गया है.
सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि, एक बच्चे को उल्टियां हो रही थीं. इसलिए, आशंका है कि खाने की नली चोक होने से बच्चे की मौत हुई. गांव में पानी के सैंपल की जांच कराई जा रही है. अन्य जांचों की रिपोर्ट के बाद ही बच्चों की मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा. स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में सात दिन तक कैंप करेगी.

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