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ब्लास्ट होने से अरावली की पहाड़ी से गिरा पत्थर, मजदूर की दबकर मौत - खेरागढ़ तहसील क्षेत्र

आगरा जिले के खेरागढ़ तहसील क्षेत्र में अरावली की पहाड़ी से गिरे बड़े पत्थर के नीचे दबकर एक मजदूर की मौत हो गई. मजदूर खनन का कार्य करने गया था. इसी दौरान ब्लास्ट होने से यह हादसा हो गया.

पत्थर के नीचे दबकर मजदूर की मौत
पत्थर के नीचे दबकर मजदूर की मौत

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Published : Jun 19, 2021, 1:26 PM IST

आगरा: जिले के खेरागढ़ तहसील क्षेत्र के कुल्हाड़ा गांव में अरावली की पहाड़ी से गिरे बड़े पत्थर के नीचे दबकर मजदूर की मौत हो गई. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस-प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने घटनास्थल का मौका मुआयना कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

दरअसल, खेरागढ़ तहसील क्षेत्र कुल्हाड़ा गांव निवासी 38 वर्षीय सुरेश उर्फ पप्पू मजदूरी करता था. रोजाना की तरह शुक्रवार सुबह वह अपने अन्य साथियों के साथ अरावली की पहाड़ियों पर मजदूरी करने गया था. खनन कार्य के दौरान ऊपर से ब्लास्ट होने पर पत्थरों के टुकड़े जमीन पर गिरने लगे. इसी दौरान एक बड़ा पत्थर नीचे आकर सुरेश के ऊपर आ गिरा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. उसके सिर पर गंभीर चोटें आईं थी. आनन-फानन उसे उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

सीमा विवाद में उलझा रहा पुलिस-प्रशासन
बता दें कि मजदूर सुरेश की मौत का मामला यूपी और राजस्थान की सीमा में उलझ गया. मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंचा तब खेरागढ़ तहसील प्रशासन हरकत में आया और घटनास्थल के बारे में पता लगाने में जुट गया. काफी जदोजहद के बाद घटनास्थल यूपी में होने की जानकारी हुई. आनन-फानन में एसडीएम, सीओ खेरागढ़ और प्रभारी निरीक्षक खेरागढ़ दल-बल के साथ मौके पर घटनास्थल पहुंच गए. पुलिस-प्रशासन ने घटनास्थल का मौका मुआयना कर मृतक मजदूर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

मजदूर की मौत से परिजनों में मचा कोहराम
वहीं मजदूर सुरेश की मौत की जानकारी होते ही पत्नी हंसमुखी समेत परिजनों में कोहराम मच गया. सुरेश के तीन बच्चे हैं, जिसमें सबसे बड़ी बेटी 10 वर्षीय कमलेश, 8 वर्षीय बेटा श्रीकांत है और सबसे छोटी बेटी पांच वर्षीय लक्ष्मी है.

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पहले भी हो चुके हैं हादसे
खेरागढ़ तहसील क्षेत्र का कुल्हाड़ा गांव यूपी सीमा का अंतिम गांव है, जिसकी सीमाएं राजस्थान के अरावली पर्वतमाला से लगी हुई हैं. यहां के अधिकतर लोग अरावली की पहाड़ियों पर खनन कार्य करने के लिए जाते हैं. पहाड़ियों पर ब्लास्ट के दौरान अक्सर इस तरह के हादसे होते रहते हैं, जिनसे न तो ग्रामीण ही सबक लेते हैं और न ही अधिकारी.

करीब 7 वर्ष पूर्व राजस्थान के माफियाओं ने उड़ा दिया था मंदिर
कुल्हाड़ा गांव के पहाड़ पर स्थित देवी मां के मंदिर को करीब सात वर्ष पूर्व राजस्थान के खनन माफियाओं ने ब्लास्ट करके उड़ा दिया था, जिससे जिससे ग्रामीणों में आक्रोश पनप गया था. मामला कई दिनों तक यूपी और राजस्थान की सीमा में उलझा रहा. हालांकि बाद में खेरागढ़ तहसील प्रशासन और राजस्थान के भरतपुर रूपबास के प्रशासनिक अधिकारियों ने जमीन की पैमाइश करा कर उसे यूपी की सीमा में होना बताया था, जिस पर खेरागढ़ तहसील प्रशासन ने राजस्थान के खनन माफियाओं पर कार्रवाई करते हुए मुकदमे भी दर्ज किए थे. सीओ खेरागढ़ जगमोहन बुटोला ने बताया कि परिजनों ने जंगल में पहाड़ से पत्थर गिरने से हुई मौत की तहरीर दी है, जिस पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

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