आगराः जिले के खंदौली थाना क्षेत्र के गांव नहर्रा में बुधवार शाम शहीद प्रशांत कुमार और सिपाही निहत्थे गए थे. जबकि फरार 50 हजार का इनामी आरोपी विश्वनाथ अधिकतर समय अपने साथ तमंचा लेकर गांव में घूमता था. पुलिस को निहत्था देखकर उसके हौसले बुलंद हो गए. जब निहत्थे एसआई प्रशांत कुमार ने विश्वनाथ को पकड़ने के लिए दौड़ लगाई तो उसने सीधे फायर कर दिया था. इसको लेकर अब पुलिस महकमे में भी खूब चर्चा हो रही है.
गांव में घूमता था तमंचा लेकर
फरार आरोपी विश्वनाथ दबंग प्रवृत्ति का बताया जा रहा है. वह गांव में लोगों पर खूब दबंगई दिखाता था. खंदौली पुलिस ने अब जब ग्रामीणों से पूछताछ की तो यह सामने आया है कि फरार आरोपी अक्सर गांव में तमंचा लेकर घूमा करता था. उसका कई बार भाई शिवनाथ से विवाद हो चुका था. तब भी वह कई बार फायरिंग भी कर चुका था. अक्सर दोनों भाईयों के बीच पंचायत के बाद समझौत हो जाता था. इसलिए शिवनाथ ने कभी शिकायत नहीं की. ऐसे ही गांव के लोगों से भी उसका कई बार विवाद हुआ. तब भी उसने फायरिंग कर दी थी. मगर किसी ने लिखित शिकायत नहीं की तो पुलिस भी इससे अनजान रही. विश्वनाथ के खिलाफ पुलिस रिकॉर्ड में बस एक ही मुकदमा है, जो बिजली चोरी का है. यह मुकदमा 2009 में दर्ज हुआ था. आरोपी खेती के साथ ही ब्याज का काम करता है. यह जानकारी ग्रामीणों से पुलिस को मिली है.
आरोपी की तलाश जारी
एसएसपी बबलू कुमार का कहना है कि शहीद एसआई प्रशांत कुमार और सिपाही चंद्रसेन पास के गांव में पंचायत चुनाव के कार्य के चलते गए थे. इसलिए दोनों निहत्थे थे. जब उन्हें गांव नहर्रा में झगड़े की सूचना मिली तो वहां से मौके पर पहुंच गए. आरोपी की तलाश में लगातार टीमें संभावित स्थानों पर दबिश दे रही हैं. जल्द ही आरोपी पुलिस की पकड़ में होगा.
सूचना देने वाले का नाम रखा जाएगा गोपनीय