उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

यूपी के सियासी रण में इस 'रानी' की राह रोकने को सपा-बसपा ने चली ये चाल

बात अगर बाह विधानसभा सीट की सियासी संग्राम की करें तो यहां आजादी के बाद से अब तक 11 बार भदावर राजघराने के सदस्य ही विधायक बने हैं. इस बार भी भाजपा ने यहां से मौजूदा विधायक भदावर राजघराने की रानी पक्षालिका सिंह पर विश्वास जताया है तो वहीं रानी की राह रोकने को सपा ने बसपा से आए पूर्व विधायक मधुसूदन शर्मा को चुनावी मैदान में उतारा है. जबकि बसपा से नितिन वर्मा और कांग्रेस से मनोज दीक्षित मैदान में हैं.

By

Published : Feb 4, 2022, 2:18 PM IST

Updated : Feb 4, 2022, 4:51 PM IST

बाह विधानसभा सीट की सियासी संग्राम
बाह विधानसभा सीट की सियासी संग्राम

आगरा: तीर्थराज बटेश्वर यानी यमुना किनारे शिव मंदिरों की श्रंखला वाला धाम. यह पवित्र बटेश्वरधाम आगरा मुख्यालय से 90 किलोमीटर दूर स्थित है, जो बाह विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत पड़ता है. बाह की दो बड़ी खासियत है. पहली यह कि बाबा बटेश्वरनाथ की धरती पर पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का बचपन बीता और दूसरी बात यह है कि आजादी के बाद से 11 बार यहां भदावर राजघराने के सदस्य ही विधायक बने हैं. इस बार भाजपा ने मौजूदा विधायक भदावर राजघराने की रानी पक्षालिका सिंह पर विश्वास जताया है. रानी पक्षालिका सिंह की जीत की राह रोकने के लिए सपा ने बसपा से आए पूर्व विधायक मधुसूदन शर्मा को चुनाव मैदान में उतारा है. जबकि बसपा से नितिन वर्मा और कांग्रेस से मनोज दीक्षित मैदान में हैं. बाबा बटेश्वरनाथ और बाह की जनता किसे अपना आशीर्वाद देगी. इसका पता तो 10 मार्च को चलेगा. लेकिन यहां की जनता का क्या मूड है? जनता किसे यहां से चुनकर लखनऊ भेज रही है. इस पर देखें और पढ़ें ईटीवी भारत की बाह से खास रिपोर्ट...

बाह विधानसभा सीट की सियासी संग्राम

बता दें कि यूपी में अब तक 17 बार विधानसभा चुनाव हुए हैं. जिनमें से बाह विधानसभा से अब तक 11 विधानसभा चुनाव में भदावर राजघराने के सदस्य ही विधायक बने हैं. साल 1962 में पहली बार इस सीट से भदावर राजघराने के राजा महेंद्र रिपुदमन सिंह ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीत दर्ज की थी. फिर यहां से राजघराने के सदस्य ही विधायक बने. लेकिन साल 2007 में बसपा से चुनाव मैदान में उतरे मधुसूदन शर्मा ने राजघराने के राजा अरिदमन सिंह को हराकर उलटफेर किया था. लेकिन पांच साल बाद 2012 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर राजा अरिदमन सिंह ने सपा की टिकट पर चुनाव जीत ली और कैबिनेट मंत्री भी बने. वहीं, 2017 के चुनाव में भाजपा की टिकट पर चुनावी मैदान में उतरीं भदावर राजघराने की रानी पक्षालिका सिंह को यहां भारी मतों से जीत मिली.

बाह में यूं बन रहे जातीय समीकरण

बाह विधानसभा के जातिगत समीकरण की बात करें तो यहां 80000 ठाकुर मतदाता और 80000 ब्राह्मण मतदाता हैं. यहां पर 40000 निषाद और 40 हजार के करीब ही जाटव मतदाता हैं. इसके अलावा यहां पर वैश्य, गुर्जर, मुस्लिम सहित अन्य तमाम जाति के मतदाताओं की संख्या भी हजारों में हैं. जिस तरह से जातिगत समीकरण बन रहे हैं. उसके मुताबिक ब्राह्मण वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए सपा ने बसपा छोड़कर आए मधुसूदन शर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है. कांग्रेस ने भी ब्राह्मण समाज के वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए मनोज दीक्षित को मैदान में उतारा है.

इसे भी पढ़ें - ये है उन्नाव की मोहान विधानसभा सीट का सियासी इतिहास, जानकर रह जाएंगे हैरान

बसपा ने निषाद वोट बैंक को देखकर नितिन वर्मा को चुनाव मैदान में उतारा है. मगर यहां सीधी टक्कर भाजपा प्रत्याशी व मौजूदा विधायक रानी पक्षालिका सिंह और सपा के प्रत्याशी पूर्व विधायक मधुसूदन शर्मा के बीच है. सपा प्रत्याशी मधुसूदन शर्मा की स्थिति इसलिए मजबूत दिखाई दे रही है. क्योंकि हाल में ही फतेहाबाद से भाजपा विधायक जितेंद्र वर्मा ने टिकट कटने पर सपा ज्वाइन की है. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने उन्हें जिला अध्यक्ष बनाया है. विधायक जितेंद्र वर्मा की निषाद समाज में अच्छी पकड़ है. इसलिए सपा की छोली में ब्राह्मण, वैश्य और निषाद समाज का वोट भी जा रहा. जिससे बसपा और भाजपा को नुकसान होगा.

जनता बोली विकास हुआ, बदल गए बटेश्वर के घाट

कल्याणपुर निवासी रवि प्रताप का कहना है कि आजादी के बाद अब दो गांव के लोग जल्द ही बिना नाव के यमुना पार करके बटेश्वर आ सकेंगे. क्योंकि इस सरकार में हमारे लिए पीपों (प्लाटून) का पुल बनाने का काम शुरू हो गया है. वहीं, बटेश्वर मंदिर के पुजारी अशोक कुमार का कहना है कि यहां पर हवा भाजपा की चल रही है. भदावर राजघराने की रानी पक्षालिका सिंह जीतेंगी. श्रद्धालु भानू ने बताया कि 5 साल में यहां बहुत विकास कार्य हुआ है. यमुना किनारे स्थित मंदिरों के घाट भी अच्छे हुए हैं और जिसने विकास कार्य कराया है, वही जीतेगा. बटेश्वरनाथ मंदिर के महंत जय प्रकाश गोस्वामी का कहना है कि वैसे तो यहां पर सपा प्रत्याशी मधुसूदन शर्मा, बसपा प्रत्याशी नितिन वर्मा, कांग्रेस प्रत्याशी मनोज दीक्षित के साथ ही भदावर राजघराने की रानी पक्षालिका सिंह ने भी बाबा बटेश्वरनाथ का आशीर्वाद लिया है. लेकिन जो माहौल है. उससे साफ है कि रानी पक्षालिका सिंह ही जीतेंगी और एक बार फिर प्रदेश में योगी की सरकार बनेगी.

बदलाव की बयार और विकास पर जोर

बुजुर्ग मतदाता सत्य प्रकाश पाठक बताते हैं कि बाह विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा की अच्छी व्यवस्था नहीं है और न ही अच्छे स्कूल, कॉलेज हैं. खैर विकास कार्य कागज पर चल रहा है. इसलिए परिवर्तन होगा. वहीं, युवा मतदाता अरुण शर्मा का कहना है कि इस बार बदलाव की बयार चल रही है. भदावर राजघराने के सदस्य लंबे समय से विधायक हैं और 2007 में बसपा से चुनाव लड़े मधुसूदन शर्मा ने उन्हें हराकर यहां खूब विकास कार्य कराया था. इस बार भी उन्होंने बाह को जिला बनाने की बात कही है, इसलिए जनता उनके साथ है.

बाह विधानसभा का जातिगत समीकरण

  • कुल मतदाता - 332703
  • महिला मतदाता - 150 837
  • पुरुष मतदाता - 181576

मतदाताओं के जातिगत आंकड़ों के अनुसार वोट (अनुमानित)

  • ठाकुर - 80000
  • ब्राह्मण- 80000
  • निषाद - 40000
  • जाटव - 40000
  • गुर्जर -12000
  • वैश्य - 10000
  • शेष अन्य

बाह विधानसभा के मुद्दे

  • - पेयजल किल्लत
  • - सिंचाई की किल्लत
  • - आवारा पशुओं की समस्या
  • - सड़क और खरंजा निर्माण
  • - पर्यटन का विकास
  • - बेरोजगारी

चुनावी मैदान में उतरे प्रमुख प्रत्याशी

पार्टी प्रत्याशी
भाजपा रानी पक्षालिका सिंह
कांग्रेस मनोज दीक्षित
बसपा नितिन वर्मा
सपा मधुसूदन शर्मा
आप नीरज करोरिया

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

Last Updated : Feb 4, 2022, 4:51 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details