आगराःसुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ताजगंज क्षेत्र के लोगों ने बुधवार से अनिश्चितकाल के लिए बाजार बंद करने का ऐलान किया था, जिसे मंगलवार देर शाम की बैठक में वापस ले लिया. ताजगंज डवलपमेंट फाउंडेशन की ओर से करवा चौथ के त्यौहार को लेकर अपना बाजार बंद करने का फैसला वापस लिया है. कब बाजार बंद किया जाएगा, इसका फैसला समिति जल्द करेगी.
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने ताजमहल की बाउंड्रीवॉल से 500 मीटर की परिधि में व्यवसायिक गतिविधि बंद कराने से 30 हजार लोग बेरोजगार और भुखमरी की कगार पर पहुंच जाएंगे. अपनी मांग को लेकर मंगलवार सुबह ताजगंज डेवलपमेंट फाउंडेशन के पदाधिकारी और स्थानीय लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे. उन्होंने राष्ट्रपति के नाम एडीएम प्रोटोकॉल को ज्ञापन दिया, जिसमें मांग की कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश 30 से ज्यादा लोगों को बेरोजगार और उनके परिवार को भुखमरी की कगार पर पहुंचा देगा इस ओर ध्यान दें.
एडीए(आगरा विकास प्राधिकरण) की ओर से सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है. एडीए की ओर से लगातार ताजमहल की बाउंड्रीवॉल से 500 मीटर की दूरी में चल रही व्यवसायिक गतिविधि करने वाली दुकान और प्रतिष्ठान का सर्वे किया जा रहा है. दुकानदार और प्रतिष्ठान संचालकों को नोटिस दिए जा रहे हैं कि 17 अक्टूबर तक दुकान और प्रतिष्ठान बंद कर दें, अन्यथा एडीए की ओर से पुलिस की मदद से उनकी दुकानें और प्रतिष्ठान बंद करा दिए जाएंगे, इससे भी लोग घबराए हुए हैं.
ताजगंज डेवलपमेंट फाउंडेशनके अध्यक्ष नितिन सिंह ने बताया कि 'सुप्रीम कोर्ट में एडीए अपनी लड़ाई में हमें खींच रहा है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश की पहले पालना भी एडीए ने कराई थी. उस समय भी ऐसा नहीं किया गया था. अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश की गलत व्याख्या करने से ताजगंज क्षेत्र के 30 हजार से ज्यादा लोगों पर संकट हैं. हमारी राष्ट्रपति से यही मांग है कि, इस आदेश को लेकर स्पष्ट रुख करें. हमें और समय दें और जिससे हम अपना पक्ष सुप्रीम कोर्ट में रख सकें. हमने सुप्रीम कोर्ट में भी अपील की तैयारी कर ली है.'