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हंगामे के साथ शुरू हुआ दूसरे दिन का सदन - agra news in hindi

आगरा नगर निगम सदन में दूसरा दिन भी हंगामेदार रहा. भाजपा और बसपा कार्यकर्ताओं के बीच कहासुनी हो गई. एक ओर जहां पार्षदों ने घटिया निर्माण सामाग्री को लेकर अधिकारियों को घेरा तो वहीं दूसरी तरफ बसपा पार्षदों ने मलिन बस्तियों में काम न कराने को लेकर मेयर नवीन जैन और अधिकारियों पर भेदभाव का आरोप लगाया.

हंगामे के साथ शुरू हुआ दूसरे दिन का सदन
हंगामे के साथ शुरू हुआ दूसरे दिन का सदन

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Published : Feb 9, 2021, 10:17 PM IST

आगरा:नगर निगम सदन में दूसरा दिन भी हंगामेदार रहा. एक ओर जहां पार्षदों ने घटिया निर्माण सामाग्री को लेकर अधिकारियों को घेरा तो वहीं दूसरी तरफ बसपा पार्षदों ने मलिन बस्तियों में काम न कराने को लेकर मेयर नवीन जैन और अधिकारियों पर भेदभाव का आरोप लगाया.

बसपा और भाजपा पार्षदों में हुई कहासुनी
बसपा पार्षद जब विकास न कराने पर हंगामा कर रहे थे तो कुछ भाजपा पार्षद मेयर आगरा के पक्ष में आ गए और विकास कराने की बात कहते हुए पार्षदों को शांत कराने लगे, जिस पर बसपा पार्षदों और भाजपा पार्षदों के बीच भारी कहासुनी हो गई. बाद में अन्य पार्षदों ने बीच में आकर मामला शांत कराया.

घटिया निर्माण का अधिकारियों पर लगा आरोप
पार्षद बंटी माहौर ने अधिकारियों पर घटिया निर्माण कराने का आरोप लगाया, जिस पर मेयर आगरा नवीन जैन ने पार्षदों से कार्य के दौरान गुणवत्ता खराब होने पर काम बंद कराने की बात कही. साथ ही मेयर ने कहा कि पूर्व इंजीनियर्स की एक टीम बनाकर घटिया निर्माणों की जांच कराई जाएगी ताकि निर्माण की गुणवत्ता में कमी न आ सके.

नाले पर अतिक्रमण की हुई शिकायत
सदन में दो सड़कों के नाम परिवर्तन वाले प्रस्ताव पर भी मुहर लगाई गई. सदन में सभी पार्षदों ने बेलनगंज से पथवारी रोड का नाम श्री रोशन लाल गुप्त करुणेश और छीपीटोला व बालूगंज चौराहे का नाम भगवान महावीर चौक करने पर सहमति बनाई. वहीं मनोज कुमार सोनी ने फ्रीगंज में बने हुए नाले पर किये गए अतिक्रमण को हटवाने की मांग की, जिससे नाले की सफाई सुचारू हो सके.

20 लाख के निर्माण कार्य के प्रस्ताव की महापौर ने की घोषणा
महापौर नवीन जैन ने अपनी घोषणा में बताया कि 5 लाख रुपये सीवर लाइन, 5 लाख रुपये पानी की पाइप लाइन और 10 लाख तक का कोई भी निर्माण कार्य का प्रस्ताव 3 दिन के अंदर बना कर दें, जिनको जल्द से जल्द शुरू कराया जाए. अगर इनका प्रस्ताव नहीं दिया गया तो इनको निर्माण स्थान में भी नहीं जोड़ा जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा की एक डेढ़ महीने के अंदर जिन कार्यों के एस्टीमेट बनवाए हैं, उनको प्राथमिकता से पूर्ण करवाएं.

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