उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

बैसाखी पर टिका है भाजपा और सपा का अस्तित्व, 2022 में मायावती होगी प्रदेश की मुखियाः सतीश चंद्र मिश्रा

बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने आगरा और मथुरा में आयोजित जनसभाओं में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा.

बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा.
बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा.

By

Published : Dec 12, 2021, 7:57 PM IST

आगरा/मथुराःयूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) की तैयारियों में जुटी बसपा की ओर से आगरा में मंडल स्तरीय जनसभा का आयोजन किया गया. जनसभा में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा और पूर्व कैबिनेट मंत्री नकुल दूबे ने शिरकत की. इस दौरान दोनों नेताओं ने भाजपा समेत कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा. वहीं, सतीश चंद्र मिश्रा ने मथुरा के फरह कस्बे में एक निजी कार्यक्रम में शामिल हुए.

बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा.

आगरा के ग्वालियर रोड स्थित नगला पद्मा में आयोजित मंडल स्तरीय जनसभा के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए बसपा के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने मायावती को एक बड़ा योद्धा बताया. उन्होंने कहा कि बसपा का सुशासन प्रदेश की जनता ने देखा है. उन्होंने कहा कि 100 से अधिक प्रत्याशियों की घोषणा भी बसपा ने कर दी है. लेकिन कोई और विपक्षी दल अब तक अपने प्रत्याशियों की विश्वनीयता पर असमंजस में है. जिसके कारण बसपा का सत्ता में आना तय है. बहन मायावती पुनः उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनेंगी.


सतीश मिश्रा ने कहा कि भाजपा और सपा बैसाखियों के सहारे चुनाव लड़ रही हैं. प्रदेश के छोटे-छोटे राजनीतिक दलों की खरीद-फरोख्त चल रही है. क्योंकि इन्हें शुरू से बैसाखियों के सहारो की जरूरत पड़ती है. उन्होंने कहा कि 2022 विधानसभा चुनाव में बसपा 2007 की तरह जीत कर आएगी.

वहीं, सतीश चंद्र मिश्रा ने रविवार को मथुरा के फरह कस्बे में मूक-बधिर बच्चों के साथ मुलाकात की. इसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए सतीश मिश्रा ने कहा कि भाजपा सरकार ने सिर्फ हिंदू मुसलमानों को लड़ाने का काम किया है, यह सरकार धर्म की राजनीति करती है. उन्होंने कहा कि बीएसपी शासनकाल में गुंडा माफिया सब घबराते थे.

इसे भी पढ़ें-अखिलेश यादव को सपा का नाम 'माफियावादी पार्टी' रख लेना चाहिएः ब्रजेश पाठक

सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि 2002 में सबसे पहले बीएसपी शासनकाल में लड़कियों के लिए विद्यालय बनवा गए थे. उन्होंने कहा कि 2007 में सरकार बनी थी तो बहनजी ने दिव्यांगों के लिए डॉ. शकुंतला यूनिवर्सिटी बनवाया था. इस यूनिवर्सिटी में आज 20 हजार दिव्यांग विद्यार्थी शिक्षा ले रहे हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details