आगरा: चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर तैयारी शुरू कर दी है. सीएमओ डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव और उनकी टीम बुधवार देर रात आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पहुंची. जहां पर ट्रेनों से उतरने वाले यात्रियों की आरटी-पीसीआर (RT-PCR) जांच का निरीक्षण किया. सीएमओ ने कर्मचारियों को निर्देश दिए कि दूसरे राज्यों से आने वाले हर यात्री की आगरा कैंट स्टेशन पर आरटी-पीसीआर जांच जरूरी है. जो यात्री जांच रिपोर्ट नहीं दिखाते हैं. उनका जांच के लिए सैंपल लिया जाए.
बता दें कि, कोरोना की दूसरी लहर ने आगरा में कोहराम मचाया था. ऑक्सीजन की कमी और घातक संक्रमण की वजह से अस्पताल भर गए थे. शहर में दर्जनों लोगों की जान चली गई. इसलिए अब चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता है. इसलिए अभी से तीसरी लहर को लेकर तैयारियां की जा रही हैं.
आगरा कैंट स्टेशन पर हर यात्री की RT-PCR जांच जरूरी यात्री की 72 घंटे पुरानी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट मान्य
सीएमओ डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि, आगरा कैंट रेलवे स्टेशन का निरीक्षण इसलिए रात्रि में किया गया है. क्योंकि, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, केरल समेत अन्य दक्षिण के राज्यों की तरफ से तमाम ट्रेनें रात्रि में आगरा कैंट स्टेशन पर पहुंचती हैं. इन आने वाली ट्रेनों की वजह से विशेष सतर्कता बरतनी है. यहां पर ट्रेन से उतरने वाले हर यात्री का रिकॉर्ड बनाया जाएगा. हर यात्री की आरटी-पीसीआर (RT-PCR) रिपोर्ट चेक की जाए. यह रिपोर्ट 72 घंटे से ज्यादा पुरानी न हो. इसके साथ ही जिन यात्रियों की आरटी-पीसीआर रिपोर्ट नहीं है. उनका जांच के लिए सैंपल लेने के निर्देश दिए हैं.
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यूं रात्रि में विशेष सतर्कता जरूरी
सीएमओ डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि, रात्रि में ही महाराष्ट्र, केरल और आंध्रप्रदेश समेत अन्य राज्यों से ट्रेनें आगरा कैंट स्टेशन पर पहुंचती हैं. इसलिए आगरा कैंट स्टेशन पर उतरने वाले हर यात्री की जांच जरूरी. इसलिए रात्रि में आरटी-पीसीआर टेस्ट काउंटर पर चिकित्सा विभाग की टीमें एक्टिव रहना जरूरी है. जिससे राज्य से ट्रेन में सफर करके आगरा कैंट स्टेशन पर उतर रहे यात्रियों की आरटी-पीसीआर टेस्ट की जा सके. जिससे आगरा में कोरोना संक्रमण पहुंच ही नहीं सके. कोरोना की तीसरी लहर की दस्तक को आगरा को बचाया जा सके. स्वास्थ्य विभाग अभी इसी मंशा से अपनी तैयारियां कर रहा है.