आगरा:ताजनगरी में एक बार फिर कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा मंडरा रहा है. कोरोना को लेकर बरती गई लापरवाही भारी पड़ सकती है. क्योंकि, चीन समेत तमाम देशों में कोरोना का सब वैरिएंट ओमिक्रान बीएफ .7 का कहर बरप रहा है. ऐसे में आगरा हर दिन सैकडों में विदेशी पर्यटक और तमाम लोग विदेश से लौट रहे हैं. जबकि, स्वास्थ्य विभाग के पास विदेश से आने वाले लोंगों का रिकॉर्ड नहीं है. यह खुलासा हाल में चीन से लौटे एग्जीक्यूटिव के कोरोना पॉजिटव रिपोर्ट आने पर हुआ.
यूपी में सबसे पहले कोरोना पॉजिटिव मार्च 2020 में मिला था. इटली से लौटे खंदारी निवासी कारोबारी और उनके भाई में कोरोना की पुष्टि हुई थी. इस पर चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग ने कारोबारी भाइयों के संपर्क में आए परिजन और फैक्ट्री के कर्मचारी कोरोना संक्रमित निकले. इसके बाद दूसरी लहर में भी विदेश से लौटने वाले लोगों के संक्रमित होने के बाद संक्रमण फैला था. अब चीन से लौटे युवक में कोरोना की पुष्टि हुई है.
सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि, चीन में ओमिक्रान बीएफ.7 से संक्रमण फैल रहा है. आगरा की बात करें तो चीन से लौटे कोरोना पॉजिटव व्यक्ति और उसके परिजन का सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है. सबसे बड़ी बात यह है कि, अभी हमें चीन, अमेरिका सहित विदेश से लौटे लोगों का ब्योरा नहीं मिला है. क्योंकि, कोरोना को लेकर जो अलर्ट जारी हुआ है. उसके मुताबिक, इन देशों से लौट रहे लोगों पर नजर रखनी है. जनता से अपील है कि, मास्क लगाएं. भीड़ वाली जगहों पर सोशल डिस्टेंस का पालन करें.
सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि, जिले में एक माह बाद कोरोना पॉजिटव मिलने पर निजी अस्पतालों और लैब को अलर्ट कर दिया है. मरीजों की संख्या बढ़ने पर निजी अस्पतालों में मरीजों को भर्ती कराया जाएगा. तीन निजी लैब में कोरोना की जांच की जा रही है. इसके साथ ही आगरा विदेश से सात दिन पहले लौटे लोगों का ब्योरा जुटाना शुरू कर दिया है. होटलों में ठहरे विदेशी पर्यटकों का ब्योरा देने के लिए होटल संचालकों से संपर्क किया है.