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प्रशासन ने मानी 'पापा' की मांग, खत्म कराई भूख हड़ताल

आगरा में ईटीवी भारत की खबर का असर देखने को मिला. उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में पापा संस्था से जुड़े लोग फिस माफी की मांग को लेकर तीन दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे थे.

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जूस पिलाकर खत्म कराया गया भूख हड़ताल

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Published : Feb 17, 2021, 1:51 PM IST

आगरा: जिले में ईटीवी भारत की खबर का असर देखने को मिला. प्रोग्रेसिव आगरा पेरेंट्स एसोसिएशन यानी 'पापा' से जुड़े लोग बच्चों की फीस माफी की मांग को लेकर बीते तीन दिनों से जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर भूख हड़ताल पर बैठे थे. जिसके बाद प्रशासन ने उनकी मांगों को मान ली. इसके बाद अध्यक्ष दीपक सरीन को एडीएम सिटी डॉ. प्रभाकांत अवस्थी ने जूस पिलाकर उनका भूख हड़ताल को समाप्त कराया. आपको बता दें कि, ईटीवी भारत ने लगातार पापा संस्था की खबर को प्रमुखता से दिखाया था.

जूस पिलाकर खत्म कराया गया भूख हड़ताल


फीस माफी को लेकर लगातार प्रयासरत थी संस्था
फीस माफी की मांग को लेकर पापा संस्था ने प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री तक को ज्ञापन दे चुके थे. लेकिन, संस्था को सिर्फ आश्वाशन के सिवा कुछ न मिला. वहीं स्कूल संचालकों द्वारा लगातार अभिभावकों का उत्पीड़न किया जा रहा था. बच्चों के भविष्य को लेकर पापा संस्था अभिभावकों के साथ अनिश्चित कालीन जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर भूख हड़ताल पर बैठ गए.

मांगे मानकर प्रशासन ने खत्म कराई भूख हड़ताल
30 घंटे तक त्याग दिया जल-अन्न
प्रोग्रेसिव आगरा पेरेंट्स एसोसिएशन संस्था के अध्यक्ष दीपक सरीन ने 14 फरवरी रात से भूख हड़ताल पर बैठ गए थे. तब से सरीन ने न पानी को हाथ लगाया और न ही अन्न को. 30 घंटे तक पानी, अन्न त्यागकर सरीन की तबीयत बिगड़ने लगी थी. जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया और उन्होनें बैठक कर उनकी मांगों को मान लिया. मंगलवार शाम को एडीएम सिटी डॉक्टर प्रभाकांत अवस्थी ने घटनास्थल पहुंचकर जूस पिलाकर भूख हड़ताल को समाप्त कराया.

प्रशासन ने लिया ये निर्णय

  • आगरा के सभी स्कूलों में ऑफलाइन और ऑनलाइन कक्षाएं व परीक्षाएं आयोजित की जाएं.
  • जो अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते ,उन्हें परीक्षा का भय दिखाकर स्कूल जाने को लेकर विवश न किया जाए.
  • जिला शुल्क नियामक समिति की बैठक द्वारा आदेश स्कूल संचालक अमल में लाएं.
  • एकमुश्त फीस का दबाव स्कूल प्रबंधन न करें.
  • चंद दिनों के लिए छात्र-छात्राओं को नई किताब और ड्रेस के लिए बिल्कुल भी बाधित न किया जाए.

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