आगरा:चर्चित रितिका हत्याकांड में एक नया खुलासा सामने आया है. इसमे एक नई बात निकलकर आई है कि रितिका ने हत्या से पहले 28 मार्च को फिरोजाबाद एसएसपी को एक शिकायती पत्र दिया था. जिसमे संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज था, लेकिन इस मामले में पुलिस ने एफआर लगा दी. मृतका रितिका ने अपने इस शिकायती पत्र को अपना अंतिम बयान मानने की एसएसपी फिरोजाबाद से अपील की थी.
ब्लॉगर रितिका हत्याकांड में नया खुलासा
गौरतलब है कि फैशन ब्लॉगर रितिका हत्याकांड में पुलिस की जांच में कई बातों को दरकिनार किया जा रहा है. मुख्य हत्यारोपी पति आकाश गौतम के खून से सने कपड़े और हत्यारों के पास मिला काला बैग जांच में गायब है. पुलिस अपार्टमेंट के बाहर से बरामद बाइक के बारे में कुछ जानकारी नहीं दे रही है. परिजनों के अनुसार रितिका के कहीं भी रहने पर पति आकाश को उसकी लोकेशन कौन बताता था. यह भी एक बड़ा सवाल हैं. पुलिस की ओर से गिरफ्तार आरोपियों को अभी तक रिमांड पर लेकर क्राइम सीन दोहराने का कोई प्रयास नहीं किया गया है. पुलिस लिव इन पार्टनर और उसकी दंत चिकित्सक पत्नी को शुरुआत से क्लीन चिट दे रही है, जबकि रितिका के द्वारा 12 मार्च को आकाश गौतम, अनिल धर, सत्यम धर, दीपाली अग्रवाल समेत 2 अज्ञात के खिलाफ धारा 376डी (जघन्य सामूहिक बलात्कार) 323,342 और 147 (क) के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया था. रितिका के 28 मार्च के शिकायती पत्र के अनुसार उसको लिव इन पार्टनर विपुल की पत्नी से खतरा था, जिसे लेकर वह हमेशा चिंतित रहती थीं.
पुलिस की जांच पर उठे सवाल
ताजगंज पुलिस को ॐ श्री अपार्टमेंट से एक मोटरसाइकिल मिली थी जो विपुल की पत्नी आशा के नाम पर रजिस्टर्ड हैं, लेकिन इसके बाबजूद पुलिस की जांच में बाइक का जिक्र तक नहीं किया गया है. परिजनों का आरोप है कि कई रसूखदार लिव इन पार्टनर विपुल और उसकी पत्नी को बचाने का प्रयास कर रहे हैं. इसी वजह से पहले भी उसकी सुनवाई नहीं हो रही थी.
पुलिस ने अनसुनी की फरियाद
3 माह पूर्व रितिका ने 28 मार्च को फिरोजाबाद एसएसपी को शिकायती पत्र दिया था. पत्र में खुद पर मुकदमा वापस लेने के दबाव और जान का खतरा होने की बात कहते हुए मुकदमे में कार्रवाई की अपील की थी. मृतका रितिका ने अपने साथ कोई घटना घटने पर पत्र में लिखित भाषा को अपना अंतिम बयान मानने की गुजारिश की थी. हालांकि पुलिस द्वारा मुकदमे में अंत मे एफआर लगा दी गई. इस बात से रितिका चिंतित थीं.