आगरा: ताजनगरी में जहरीली शराब के सेवन से 14 लोगों की मौत के बाद आगरा पुलिस ने शुक्रवार को 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस की गिरफ्त में आए लोगों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि, ताजगंज थाना के गांव में जो जहरीली शराब सस्ती और उधारी पर बेची जा रही थी. उसे सरकारी देशी शराब के ठेकों से भेजा गया था. पुलिस ने जहरीली शराब के मामले में देशी शराब के दो संचालक और सेल्समैन समेत सात लोग गिरफ्तार किए हैं, जो जहरीली शराब अपने नेटवर्क से गांव-गांव खपा रहे थे. पुलिस इससे जहरीली शराब के सिंडिकेट तोड़ने का दावा कर रही है.
सरकारी ठेका पर भी बेची जाती थी जहरीली शराब
एसएससी मुनिराज ने बताया कि, ताजगंज थाना क्षेत्र के गांव देवरी में अवैध शराब बेचने वाली किशनी अपने इरादत नगर थाना के गांव करौंधना निवासी दारा सिंह से शराब खरीदी थी. दारा सिंह के रिश्तेदार बच्चू सिंह का फूलपुरा तिराहा पर ठेका है. दारा सिंह इसी ठेके से अवैध शराब की सप्लाई करता है. इसके साथ ही गांव देवरी में सनुज बंसल का देशी शराब का ठेका है. यहां पर सेल्समैन कमलेश सिंह है, जो इस ठेका से भी अवैध शराब बेचता था. इसके साथ ही डौकी थाना पुलिस ने रामप्रकाश और हेमंत को गिरफ्तार किया है. दोनों के देशी शराब के ठेका हैं. आरोपी जितेंद्र सेल्समैन है. दोनों शराब ठेके से ही आरोपी रामजीलाल और उसकी पत्नी अवैध शराब लेकर घर से बेचते थी.
डौकी थाना में दर्ज हुए चार मुकदमे, आरोपी देशी शराब ठेका संचालक भी
एसएसपी आगरा मुनिराज जी ने बताया कि, डौकी थाना में गांव कोलारा कलां निवासी पिंकी कुमार ने भाई अनिल की जहरीली से मौत होने पर जहरीली शराब का कारोबार करने वाले हेमंत, रामप्रकाश, जितेंद्र, रामवीर, गौतम सिंह परमार, रामजीलाल और उसकी पत्नी इंद्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई. जिसमें आरोप था कि, रामजीलाल से शराब खरीदकर पीने से भाई अनिल की मौत हुई थी. दूसरा मुकदमा दीपक ने पिता रामवीर की मौत पर इन्हीं आरोपियों के खिलाफ कराया. तीसरा मुकदमा यादराम ने और चौथा मुकदमा गांव बरकुला निवासी भूपेंद्र ने पिता गया प्रसाद की मौत पर दर्ज कराया था.