आगरा:जगनेर थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक महीने पहले हनी ट्रैप गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था. मामले में तीसरे नामजद ने बीते दिनों कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. इसके बाद गिरोह की महिला सदस्य और उसके पति की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही थी. एक महीने के भीतर ही जगनेर पुलिस ने आरोपी महिला और उसके पति को गिरफ्तार करके सलाखों के पीछे भेजने में अहम भूमिका निभाई है.
पीड़ित केशव निवासी नयागांव थाना बसई जगनेर के अनुसार बीते तीन मार्च को वह जगनेर मंडी समिति से अपनी आढ़त से बाइक पर सवार होकर अपने गांव आ रहे थे. कोट चंदौसी राजमार्ग पर नगला भूम्मा मोड़ के पास स्थित पुल के निकट पहले से घात लगाए बैठे मेवली निवासी भूपेंद्र शर्मा, मनीष पहलवान और रूपेंद्र सिंह निवासी नगला भुम्मा ने सुनियोजित तरीके से रोक लिया. डरा धमकार धमकी देते हुए बाइक समेत पास के जंगल में ले गए. वहां पर पहले से मौजूद महिला थी और इस दौरान तीनों ने केशव को कुछ सुंघा दिया, जब उसे होश आया तो तीनों ने अपने मोबाइल में अश्लील वीडियो दिखाई. जिसमें केशव महिला के साथ अश्लील हरकतें करता नजर आ रहा है. वह अश्लील वीडियो देखकर घबरा गया.
अश्लील वीडियो दिखाकर तीनों उससे बीस लाख रुपये की डिमांड करने लगे. कहने लगे कि अगर इज्जत के साथ जीना चाहता है, तो अभी उन्हें बीस लाख रुपये दे दो. रुपये नहीं देने पर ये अश्लील वीडियो वायरल कर, इसी महिला से मुकदमा दर्ज करवाकर जेल भिजवाने की धमकी देने लगे. उनकी इस इस हरकत को देखकर केशव बुरी तरह घबरा गया. जब उसे कुछ नहीं सूझा, तो अपने किसी मिलने वाले सेठ से पांच लाख रुपये का कर्जा मांगा. सेठ से पांच लाख रुपये का कर्जा लेकर उसने तीनों को दे दिए. शर्म और लोक लाज के डर से उसने यह बात किसी को नहीं बताई. करीब दस दिन बाद वह मंडी से ट्रैक्टर ट्रॉली में सरसों भरकर गांव जा रहे थे, तो फिर से तीनों ने गुलाबगंज मोड़ पर रोक लिया और गाली गलौज करते हुए उससे रंगदारी के बचे बाकी के पंद्रह लाख रुपये मांगे. जिस पर उसने अपने परिवार का हवाला देते हुए छोड़ने की गुहार लगाई, लेकिन उन्होंने उसे मारना पीटना शुरू कर दिया. पीड़ित ने जान बचाने के लिए जेब में रखी एक लाख रुपये की रकम फिर दे दी और कहा कि अब उसके पास कुछ नहीं है. अगर उसे फिर परेशान करेंगे, तो वह आत्महत्या कर लेगा.
पीड़ित केशव के अनुसार हनी ट्रैप गिरोह के सदस्य उसे कॉल करके अश्लील वीडियो के एवज में बची रकम मांगने का दवाब बनाने लगे. जिस पर पीड़ित ने थक हारकर पुलिस की शरण ली और मामला खुल गया था. घटना के खुलने पर क्षेत्र में सनसनी फैल गई और पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए गिरोह के दो नामजद सदस्यों को गिरफ्तार कर मामले के पर्दाफाश कर उन्हें जेल भेज दिया. घटना में शामिल मनीष पहलवान ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया. इसके बाद राजस्थान के दो आरोपी पति पत्नी बचे, जिन्हें गिरफ्तार करने के लिए जगनेर पुलिस लगातार दबिश दे रही थी. अब पुलिस ने गिरोह के बचे सदस्य विद्याराम पुत्र बेदरिया निवासी मोहल्ला हरियल कॉलोनी तमाशिया, थाना बसेड़ी और उसकी पत्नी पूजा को मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने उनके कब्जे से 16,500 रुपये की रकम भी बरामद की है. एक महीने के अंदर पूरे गिरोह को जेल की सलाखों के पीछे भेजने में जगनेर पुलिस की अहम भूमिका रही है.
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