आगरा: पुलिस ने बेसहारा बच्चों और युवतियों के संरक्षण के लिए अभियान चलाया है. बुधवार को समाजसेवी संगठनों और चाइल्ड लाइन की मदद से 11 बेसहारा बच्चों को उनके घर पहुंचाया गया. ये बच्चे न्यू आगरा क्षेत्र में भीख मांग रहे थे. इनमें 6 आगरा, पांच गोरखपुर और महाराष्ट्र से हैं. यह सभी लॉकडाउन के दौरान आकर भीख मांगने लगे थे. इसके अलावा दो महिलाएं भी भीख मांगते मिलीं, जिन्हें अधिकारियों ने वृद्धा आश्रम भेजने की बात कही है.
आगरा: भीख मांगते मिले 11 बच्चों को भेजा घर - मिशन शक्ति
आगरा पुलिस ने समाजसेवी संगठनों और चाइल्ड हेल्प लाइन की मदद से 11 ऐसे बच्चों को उनके घर पहुंचाया है, जो न्यू आगरा में भीख मांग रहे थे. इनमें से छह आगरा के ही निवासी हैं, जबकि पांच गोरखपुर और महाराष्ट्र के थे. यह लॉकडाउन में आए थे और फिर यहां भीख मांगने लगे. इसके अलावा दो महिलाएं भी भीख मांगते मिलीं, जिन्हें अधिकारियों ने वृद्धा आश्रम भेजने की बात कही है.
लॉकडाउन से मांगने लगे भीख
पिछले दिनों भीख मांगने वाली युवती की हत्या के बाद पुलिस ने मिशन शक्ति के तहत यह अभियान चलाया है. न्यू आगरा में तीन बच्चे गोरखपुर के मिले. महिला शांति सेना की वत्सला प्रभाकर और शीला बहल ने इनसे जानकारी की तो इन्होंने बताया कि ये लॉकडाउन में आए थे. माता-पिता और परिवार के अन्य लोग चले गए, ये यहीं पर भीख मांगने लगे. महीने में परिवार से कोई न कोई मिलने के लिए आ जाता है. इसी तरह महाराष्ट्र के बच्चों ने बताया कि वे लॉकडाउन में आए थे.
सूची बनाकर भेजे जा रहे घर
चाइल्ड लाइन की रितु वर्मा का कहना है कि जिन बच्चों के मां-बाप का पता चल गया है, उन्हें उनके साथ भेजा जा रहा है. शेष की सूची बना ली गई है. उन्हें आश्रय गृह में रखा जाएगा.
महिलाओं को भेजा जाएगा वृद्धा आश्रम
वत्सला प्रभाकर ने बताया कि जो महिलाएं मिली हैं, उन्हें घर भेजा जा रहा है. अगर वे घर नहीं जाना चाह रहीं तो उनको रामलाल वृद्धा आश्रम में भेजा जाएगा. थाना न्यू आगरा प्रभारी उमेश चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस और सामाजिक संगठनों ने इससे पहले भी कई युवतियों और बच्चों को न्यू आगरा क्षेत्र से रेस्क्यू किया है. इसी तरह से लगातार ऐसे बच्चों की लिस्ट बनाकर उन्हें आश्रय दिया जा रहा है.