आगराः कमिश्नरी के मेन गेट पर दयालबाग की 14 कॉलोनियों के कई लोगों ने चौधरी रामवीर सिंह और सौरभ चौधरी के नेतृत्व में नारेबाजी की. ये लोग कमिश्नर परिसर की ओर बढ़ने लगे, लेकिन पहले से ही फोर्स के साथ मौजूद थाना ताजगंज प्रभारी ने उन्हें रोक दिया. पुलिस ने उन्हें शांतिपूर्वक अपनी समस्या बताने के लिए अनुरोध किया.
रजिस्ट्री की परमिशन ने मिलने से खफा लोग
सौरभ चौधरी ने कहा कि ये सब दयाल बाग के 14 कॉलोनियों के लोग है, जो 2014 से परेशान हैं. दरअसल, एनजीटी ने 2014 में मकानों की खरीद-बेच और रजिस्ट्री पर रोक लगा दी थी. लेकिन अब एक साल पहले ये रोक हटा ली गई है. इसके बावजूद रजिस्ट्री की परमिशन नहीं दी जा रही है. इसके बाद प्रशासनिक अफसर ने उनकी फाइल कमिश्नर अमित गुप्ता के पास पहुंचायी.
कमिश्नर अमित गुप्ता ने 4 लोगों को अपने पास बुलाया और अपनी समस्या बताने को कहा. जिसपर उन लोगों ने कहा कि पिछले 8 महीने से सभी लोग एडीए का चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन हमें साफ-साफ नहीं बताया जा रहा है कि एनजीटी के रोक हटा लेने के बाद भी एडीए रजिस्ट्री का परमिशन क्यों नहीं दे रहा है. कमिश्रर अमित गुप्ता ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उनसे दो हफ्ते का समय मांगा है. उन्होंने कहा कि एडीए के उपाध्यक्ष से बात करके फाइल मंगवाकर देख लेता हूं, मामला क्या है. इसके बाद इसका निस्तारण किया जायेगा.
कमिश्नर के आश्वासन पर ये लोग बाहर तो आ गये. लेकिन 14 कॉलोनियों के सैकड़ों लोगो में इसको लेकर गुस्सा है. उन्होंने ऐलान किया है कि अगर जल्द से जल्द हमारी समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो कॉलोनी की महिलायें और पुरूष कमिश्नरी में अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे.