आगरा: जनपद में जून के महीने में भी जहां लोग गर्मी से परेशान हैं, तो वहीं पीने के पानी की समस्या से भी लोग जूझ रहे हैं. आगरा की पॉश कॉलोनियों को छोड़ दिया जाए तो अधिकांश वार्ड में गंगा जल की पाइप लाइन नहीं पहुंची है. पीने के पानी के लिए लोगों को दूसरे क्षेत्रों में जाना पड़ता है. कई लोगों को सुबह से ही नल के आगे लाइन लगाकर खड़ा रहना पड़ता है, तब जाकर पीने के लिए पानी मिलता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजना थी कि हर घर तक गंगाजल पहुंचे. 2887 करोड़ की महायोजना आगरा में लाई गई. इसके लिए बीजेपी के विधायक योगेंद्र उपाध्याय ने अथक प्रयास किया तब जाकर गंगाजल आगरा पहुंचा. लेकिन गंगाजल आने के बावजूद भी कुछ पॉश कॉलोनियों को छोड़कर आज भी कई ऐसे वार्ड हैं, जहां पर गंगाजल की पाइपलाइन तक नहीं पहुंची है.
आगरा में 'गंगाजल' होने के बावजूद भी पानी के लिए मची त्राहि-त्राहि - water problem despite having gangajal in agra
आगरा में लोग पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं. पॉश कॉलोनियों को छोड़ दिया जाए तो अधिकांश वार्ड में पाइप लाइन नहीं पहुंचने के कारण लोगों को नमकीन पानी मिल रहा है.
सुबह 4:00 बजे से ही लग जाती है पानी भरने के लिए लाइन
प्रकाश नगर की रहने वाली रजनी देवी बताती है कि वह एक टाइम ही पानी भरने के लिए बालचंद नगला जाती हैं. बालचंद नगला उनके घर से काफी दूर है. शाम 3:00 बजे से ही वह नल के पास जाकर बैठ जाती हैं ताकि पानी भरकर जल्द अपने घर पर जा सके. गौरतलब है कि रजनी देवी के छोटे-छोटे बच्चे हैं और पति मजदूर है. रजनी ने बताया कि फिल्टर का पानी खरीदने के लिए मजदूरों के पास इतने पैसे नहीं होते कि प्रतिदिन 10 रुपये की बोतल भरवा सकें. एक बोतल से पूरे परिवार का काम भी नहीं चलता. इसी तरह अन्य कई लोगों ने इस समस्या की ओर सरकार और प्रशासन को ध्यान देने की मांग की है.
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