आगराः सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज में रविवार को एक बार फिर इंसानियत लचर चिकित्सा सेवा की भेंट चढ़ गई. ताजा मामला शाहगंज के आजमपाड़ा का है, जहां रिजवाना को उसका पति इलाज के लिए ठेल पर लेकर अस्पताल आया. यहां भी स्ट्रेचर न मिलने पर उसे पत्नी को गोद मे लेकर आठ मंजिल चढ़कर जाना पड़ा. मामले संज्ञान में आने पर भी आला अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं.
आगरा: नहीं आई एंबुलेंस तो ठेले से पत्नी को अस्पताल लेकर पहुंचा पति
उत्तर प्रदेश के आगरा में 108 एंबुलेंस सेवा न मिलने पर मरीज को ठेले से इलाज के लिए अस्पताल लाया गया. एसएन मेडिकल कॉलेज में स्ट्रेचर न मिलने पर मरीज को गोद मे लेकर आठ मंजिल चढ़कर जाना पड़ा.
रिजवाना के पति का कहना है तेज बुखार और दर्द की शिकायत पर पत्नी को अस्पताल लेकर आया हूं. यहां तक आने के लिए न तो एम्बुलेंस मिली और न ही अस्पताल के अंदर जाने के लिए स्ट्रेचर मिला. बीते कई दिनों में सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनकी जांच अभी चल ही रही है. बता दें कि बीते 24 जून को स्ट्रेचर न मिलने पर तीमारदार को अपने मरीज को स्कूटर पर बांधकर ले जाना पड़ा.
29 जून को बरहन से आए मरीज को स्ट्रेचर नहीं मिला. उसे तीमारदार कंधे पर रखकर ले गया. 13 जुलाई को दीपमाला नामक महिला अपने बीमार बच्चे को गोद में लिए हुए थी और पति कंधे पर ऑक्सीजन सिलेंडर रखकर ले गया. 24 जुलाई को कागारौल के राकेश अपने कैंसर रोगी पिता को स्ट्रेचर पर लादकर बच्चों से धक्का लगवाते ले गए.