आगरा: ताज नगरी की शान ताजमहल (Tajmahal) के दीदार के लिए दुनिया भर से पर्यटक आते हैं. पर्यटकों को सुविधाएं मुहैया कराने के लिहाज ताज के आसपास उचित व्यवस्थाएं की गई हैं. खासकर, वाहन खड़े करने के लिए पार्किंग स्थल भी बनाया गया है. लेकिन, ये पार्किंग ठेकेदारों के हवाले है. आरोप है कि इन ठेकेदारों की गुंडई से ताजमहल के पास स्थित दुकानों में पर्यटक नहीं पहुंच पाते, जिससे अन्य दुकानदारों के सामने दुश्वारियां खड़ी हो गई हैं.
मौजूदा वक्त में ताजमहल की पार्किंग का विवाद सामने निकल कर आया है. दुकानदारों का आरोप है शिल्पग्राम स्थित पार्किंग के ठेकेदारों की गुंडई के कारण उन्हें दुकान चलाने में दिक्कत आ रही है. ठेकेदार और 'गाइड' मिलकर यहां आने वाले पर्यटकों पर दबाव बना कर बालाजी हैंडीक्राफ्ट की दुकान पर भेजते हैं. गाइड अपने खास लोगों की दुकानों पर पर्यटकों को जबरदस्ती भेजते हैं, जिससे अन्य दुकानदारों की दुकानदारी ठप हो गई है. अब परेशान दुकानदार इसके विरोध में आ गए हैं.
ताजमहल के पास दबंगों का दबदबा ताजमहल के पूर्वी गेट शिल्पग्राम स्थित कई दुकानें हैं. यह दुकानें कई सालों पुरानी हैं. कोरोना काल के बाद पार्किंग नए ठेकेदारों ने अपने कब्जे में ले ली. आरोप है कि ठेकेदार दुकानदारों पर हफ्ता वसूली के लिए दबाव बना रहे थे. इस बात का विरोध करने पर पार्किंग स्थल पर गाड़ी खड़ी करने वाले वाले पर्यटकों को जबरन अपने परिचितों की दुकानों पर भेजने लगे और संबंधित दुकानों से पैसे कमाए. ताजमहल घुमाने के बाद गाइड उक्त दुकानों से सामान खरीदने के लिए भी पर्यटकों को बाध्य करते हैं. ऐसे में ठेकेदारों की मनमानी से अन्य दुकानदार की आमदनी का जरिया बंद हो गया. दुकानदारों ने बताया कि पहले ही कोरोना वायरस के कारण व्यापार ठप पड़ा था. लेकिन, अनलॉक के बाद पार्किंग ठेकेदार के कारण उनका व्यापार मानो बिल्कुल बंद होने की कगार पर आ गया है.
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टूरिस्ट इंस्पेक्टर जय सिंह परिहार ने बताया कि इस प्रकार के मामले की कोई जानकारी नहीं है. यदि ऐसा किया जा रहा है तो पार्किंग ठेकेदारों पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी.