आगराःमंगलवार कोताजनगरी के कोठी मीना बाजार में श्रीराम कथा का आयोजन किया गया. यहां पद्म विभूषण तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने लोगों को रामकथा सुनायी. कथा के बाद मंगलवार को तुलसी पीठाधीश्वर ने श्रीहनुमान चालीसा की चौपाइयों में शाब्दिक त्रुटियों पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि हनुमान चालीसा के कई चौपाइयों में त्रुटियां हैं. इन अशुद्धियों को ठीक कराया जाना चाहिए. उन्होंने रामचरितमानस की चौपाइयों में भी कई संशोधन किए हैं. बता दें कि बीते दिनों श्री रामचरितमानस की चौपाई को लेकर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने सवाल उठाए थे, जिस पर देशभर राजनीतिक मौहाल गरम हो गया था.
तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा, 'हम जो श्रीहनुमान चालीसा पढ़ते हैं. उसमें त्रुटियां हैं. हम शंकर सुमन केसरी नंदन पढ़ते हैं. इसमें त्रुटि हैं. इसकी जगह शंकर स्वयं केसरी नंदन होना चाहिए. क्योंकि, हनुमान जी शंकर जी के पुत्र नहीं हैं. बल्कि, स्वंय ही उनका एक रूप हैं. इसी तरह से श्रीहनुमान चालीसा की 27वीं चौपाई में लिखा है कि सब पर राम तपस्वी राजा है. इसमें भी तपस्वी की जगह पर सही शब्द सब पर रामराज सिर ताजा होना चाहिए. इसके साथ ही 32वीं चौपाई में राम रसायन तुम्हरे पासा, सदा रहो रघपति के दासा है. इसमें भी त्रुटि है. यहां राम रसायन तुम्हरे पासा, सादर हो रघुपति के दासा होना चाहिए.