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ऑक्सीजन मशीन काम नहीं करने पर नवजात को अपनी सांसें देकर बचाया, महिला डाॅक्टर को खूब मिल रही शाबाशी

आगरा के एत्मादपुर सीएचसी में महिला चिकित्सक ने ऑक्सीजन मशीन काम नहीं करने पर मुंह से ऑक्सीजन (माउथ टू माउथ रेस्पेरेशन) देकर एक नवजात की जान बचा ली. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. लोग महिला चिकित्सक को शाबाशी दे रहे हैं और उनके काम की प्रशंसा भी कर रहे हैं.

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महिला डॉ. सुरेखा चौधरी

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Published : Mar 14, 2022, 11:00 AM IST

Updated : Mar 14, 2022, 12:20 PM IST

आगरा: जनपद के एत्मादपुर सीएचसी में महिला चिकित्सक ने मुंह से ऑक्सीजन (माउथ टू माउथ रेस्पेरेशन) देकर एक नवजात की जान बचा ली. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. लोग महिला चिकित्सक को शाबाशी दे रहे हैं और उनके काम की प्रशंसा भी कर रहे हैं. दरअसल, प्रसव के बाद शिशु को सांस लेने में दिक्कत होने पर ऑक्सीजन मशीन से सांस देने की कोशिश की गई, लेकिन मशीन धोखा दे गई. महिला चिकित्सक ने नवजात की जान बचाने के लिए तुरंत अपने मुंह से उसे सांसें दीं, जिसके बाद उसे बचा लिया गया.

जानकारी के अनुसार एत्मादपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का है. यहां पर खुशबू नाम की महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया. लेकिन, नवजात सांस नहीं ले पा रही थी. ऑपरेशन थिएटर में प्रसव करा रहीं डॉ. सुरेखा चौधरी ने नवजात को मशीन से ऑक्सीजन देने का प्रयास किया. लेकिन, ऑकसीजन मशीन के काम ना करने से नवजात की जान पर बन आई. डॉ. सुरेखा ने नवजात की जान बचाने के लिए तुरंत अपने मुंह से उसे सांस देना (माउथ टू माउथ रेस्पेरेशन) शुरू कर दिया. यह देख वहां मौजूद कर्मचारी हतप्रद रह गए. एक कर्मचारी ने पूरी घटना का वीडियो बना लिया.

महिला डॉ. सुरेखा चौधरी

वीडियो मे देखा जा सकता है कि डॉ. सुरेखा खून से लथपथ नवजात को मुंह से सांस देने के साथ साथ सीने पर पम्प कर रही हैं. आखिरकार वह नवजात को जीवन देने में सफल रहीं. नवजात की सांस लौटने पर डॉ. सुरेखा के चेहरे पर भी खुशी और चमक आ गई. इस वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोग डॉ. सुरेखा के इस कार्य की प्रशंसा कर रहे हैं.

महिला डॉ. सुरेखा चौधरी

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डॉ. सुरेखा चौधरी ने बताया कि प्रोलाउन लेबर की वजह से नवजात को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. मशीन से ऑक्सीजन देने में सफलता नहीं मिलने पर उसे मुंह से उसे सांस देकर बचाने का प्रयास किया. करीब सात मिनट बाद नवजात ने रोना शुरू किया. उन्होंने बताया कि इससे पहले भी वह इस तरह से बच्चों की जान बचा चुकी हैं. उन्होंने कहा कि यह उनके लिए किसी उपलब्धि से कम नहीं है.

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Last Updated : Mar 14, 2022, 12:20 PM IST

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