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प्रदेश का सबसे प्रदूषित शहर रहा मुरादाबाद, ताजनगरी की भी हवा हुई जहरीली

ताजनगरी की हवा हर दिन स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो रही है. सीपीसीबी ने शुक्रवार को देशभर के 120 शहरों की एयर क्वालिटी इंडेक्स जारी की. जिसमें यूपी का सबसे प्रदूषित शहर मुरादाबाद रहा, वहीं आगरा देशभर में तेरहवें स्थान पर रहा.

ताजनगरी की हवा हुई जहरीली
ताजनगरी की हवा हुई जहरीली

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Published : Nov 7, 2020, 9:13 AM IST

आगराः केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) ने शुक्रवार को देशभर के 120 शहरों की एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) जारी की. जिसमें देश का सबसे प्रदूषित शहर हरियाणा का फतेहाबाद रहा. जबकि यूपी का सबसे प्रदूषित शहर मुरादाबाद और ताजनगरी आगरा को 399 एक्यूआई के साथ देश के सबसे प्रदूषित शहरों में 13वां स्थान मिला है. जबकि प्रदेश में आगरा को नौवां प्रदूषित शहर दिखाया गया है.

जहरीली हो रही ताजनगरी की हवा
पिछले दो दिनों से ताजनगरी की आबोहवा में सांस लेना और भी दुर्भर हो रहा है. सीपीसीबी की जारी एक्यूआई में आगरा गुरूवार के मुकाबले शुक्रवार को 26 ज्यादा रही. प्रदूषण का ग्राफ लगातार छलांग मार रहा है. शुक्रवार को ताजनगरी की हवा में सामान्य से आठ गुना ज्यादा धूल और 35 गुना ज्यादा कार्बन मोनोऑक्साइड रही. जिससे हवा बेहद जहरीली हो गई. अगर एक्यूआई ऐसे ही बढ़ती रही तो आगे आने वाले दिनों में शहर का प्रदूषण और भी खतरनाक स्थिति में पहुंच जायेगा.

हवा में घुल रहा प्रदूषण

बिना मास्क न निकलें घर से
एसएन मेडिकल कॉलेज के टीबी एवं चेस्ट रोग विभागाध्यक्ष डॉक्टर संतोष कुमार का कहना है कि जिस तरह से शहर का एक्यूआई बढ़ रहा, वो सभी के लिए खतरनाक है. अगर बुजुर्ग और बच्चों को घर से निकलने की बहुत जरूरत हो तो मॉस्क लगाकर ही निकलें. ऐसा न करने पर प्रदूषित हवा फेफड़े और दूसरे अंगों पर प्रभाव डाल सकती है.

प्रदेश के प्रदूषित शहर

शहर एक्यूआई
मुरादाबाद 457
लखनऊ 447
कानपुर 441
गाजियाबाद 433
ग्रेटर नोएडा 421
नोएडा 406
बागपत 403
बुलंदशहर 401
आगरा 399



एक्यूआई का मानक

- 0 से 50 एक्यूआई होने पर अच्छी हवा.
- 51 से 100 एक्यूआई होने पर संतोषजनक हवा.
- 101 से 200 एक्यूआई होने पर मध्यम हवा.
-201 से 300 एक्यूआई होने पर खराब हवा.
-301 से 400 एक्यूआई होने पर बेहद खराब हवा.
- 401 से 500 एक्यूआई होने पर खतरनाक हवा.

राजधानी लखनऊ प्रदेश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा. जिसका एक्यूआई 447 रहा. इसके अलावा गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, नोएडा, बुलंदशहर और बागपत में भी एक्यूआई 400 से ऊपर रहे.

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