आगरा: 10 साल पहले एक महिला अपने परिवार से बिछड़ गई थी. परिवार के लोग और रिश्तेदार सभी महिला के मिलने की उम्मीद छोड़ चुके थे. मगर इकलौते बेटे महेंद्र को उम्मीद थी कि मां जरूर लौटेगी. तमाम प्रयास भी किए गए, लेकिन सफलता नहीं मिली. विगत बुधवार को पुलिस से जब मां के यहां मिलने की सूचना मिली तो बेटे की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. रविवार देर रात 12 बजे बेटा महेंद्र मां को लेने आगरा पहुंच गया.
इस तरह मां से 10 साल बाद मिला बेटा
जनपद आगरा के शमसाबाद कस्बे में बुधवार को बच्चा चोर की अफवाह फैलाकर भीड़ ने मानसिक विक्षिप्त महिला से मारपीट की थी. इसके बाद महिला को पुलिस के सुपुर्द कर दिया. शमसाबाद एसओ अरविंद सिंह ने मानवीयता दिखाते हुए महिला को नए कपड़े पहनाए और खाना खिलाया था. काफी प्रयास के बाद महिला ने अपने भाई का नाम और जिले का नाम बता दिया था. गूगल की मदद से शमसाबाद पुलिस ने गुजरात के कई थानों में संपर्क किया और पुलिस ने परिवार को खोज निकाला.
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शमसाबाद में भीड़ द्वारा पकड़ी गई महिला गुजरात के सनखेड़ा की रहने वाली शांताबाई तड़वी निकली. वह 11 साल पहले मानसिक रूप से परेशान थी और अचानक एक दिन घर छोड़ दिया. उसके परिवार में एक बेटा और दो बेटियां हैं. इकलौता बेटा महेंद्र (36) रविवार की रात 11 बजे आगरा फोर्ट स्टेशन पर पहुंचा. यहां अधिकारियों को महेंद्र के आने की जानकारी हुई, जिसके बाद एसपी पूर्वी महेंद्र को लेने के लिए पहुंचे.