आगरा: यूपी में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव (Assembly elections) नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे राजनीतिक दल नित नए मुद्दों को लेकर जनता के सामने आ रहे हैं. भले ही पीएम मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का जनता से वायदा कर दिया लेकिन समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) अब भी भाजपा को इस मुद्दे पर घेरने में लगी है.
सपा मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बुधवार को ट्वीट किया. इसमें लिखा कि, 'हम वचन देते हैं कि 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार आते ही किसान आंदोलन के शहीदों को 25 लाख की किसान शहादत सम्मान राशि दी जाएगी'.
इसके बाद यूपी में राजनीति गरमा गई है. बयानबाजी का दौर शुरू हो गया. आगरा में योगी सरकार में राज्य के मंत्री और आगरा छावनी से विधायक डॉ. जीएस धर्मेश ने ट्वीट को लेकर पूर्व सीएम व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा.
कहा कि सपा सरकार में जिन लोगों पर अत्याचार हुआ, अपराध का ग्राफ, जमीनों पर हुए कब्जे, किसानों पर हमला, लूट और उत्पीड़न किया गया था. वे किसान आज तक नहीं भूले हैं.
राजधानी के पास बॉर्डर पर देशभर के किसान आंदोलन कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कार्तिक पूर्णिमा के दिन देश को संबोधित करते हुए कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की. इसके बाद से ही विपक्षी दल लगातार भाजपा को घेरने में लगे हैं. किसान भी धरना खत्म नहीं कर रहे हैं.