आगरा:उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसी) की ओर से आगरा मेट्रो के दूसरे कॉरिडोर का निर्माण शुरू होने वाला है. यूपीएमआरसी जनता की सहूलियत और यातायात के दबाव को ध्यान में रखकर सिंगल पिलर तकनीक के जरिए ऐलिवेटिड स्टेशनों का निर्माण करेगा. इस तकनीक के जरिए मीडियन में पिलर का निर्माण करके ऐलिवेटिड स्टेशन बनाए जाएंगे.
आगरा मेट्रो स्टेशन सिंगल पिलर तकनीक पीएम मोदी ने 7 दिसंबर 2020 को आगरा मेट्रो परियोजना का वर्चुअली शिलान्यास किया था. आगरा मेट्रो परियोजना 8380 करोड़ रुपये की है. यूपीएमआरसी ने यूरोपियन निवेश बैंक से 4500 करोड़ रुपये का ऋण लिया है. यूपीएमआरसी की 2024 तक आगरा में मेट्रो दौड़ाने की योजना है. यूपीएमआरसी के उप महाप्रबंधक जनसंपर्क पंचानन मिश्रा बताते हैं कि, आगरा में करीब 29.4 किलोमीटर के दो काॅरिडोर बनने हैं. जिसमें 28 मेट्रो चलेंगी. इसमें से दो मेट्रा आ चुकी हैं. पहले छह किलोमीटर के प्रायरिटी काॅरिडोर में मेट्रो दौड़ेगी. गुजरात के वडोदरा में आगरा में चलने वाली मेट्रो बन रही हैं, यह स्वदेशी मेट्रो हैं. सात स्टेशन के निर्माण की टेंडर प्रक्रिया जारी: ताजनगरी शहर की लाइफलाइन एमजी रोड पर दूसरे कॉरिडोर के प्रथम सात स्टेशन के निर्माण की टेंडर प्रक्रिया जारी है. वैसे तीन ग्रिड में पिलर का निर्माण करके ऐलिवेटिड मेट्रो स्टेशनों का निर्माण किया है. इस तकनीक में पहले तीन ग्रिड में स्टेशन का आकार पिलर से निर्माण किया जाता है. इसके बाद प्रत्येक ग्रिड में हॉरिजोंटल बीम का निर्माण कर कॉनकोर्स एवं उसके प्लेटफॉर्म लेवल का निर्माण होता है. मगर, यूपीएमआरसी ने कॉन्कोर्स निर्माण में डबल टी गर्डर का प्रयोग किया है. जबकि, सिंगल पिलर तकनीक में एक ग्रिड (मध्य ग्रिड) में ही पिलर्स का निर्माण करके स्टेशन तैयार होता है. आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट का बजट यातायात कम प्रभावित होगा: यूपीएमआरसी के उप महाप्रबंधक जनसंपर्क पंचानन मिश्रा ने बताया कि सिंगल पिलर तकनीक के स्टेशन निर्माण के लिए पिलर के सबसे ऊपरी हिस्से में ज्यादा लंबी बीम लगाई जाती है. जो, कोनकोर्स और प्लेटफॉर्म दोनों के बीच ढांचे को दोनों तरफ से सहारा देती है. भीड़-भाड़ वाले इलाकों में यह तकनीक बेहद कारगर रहती है. इस तकनीक से कम जगह में आसानी से निर्माण किया जा सकता है. जिससे ट्रैफिक भी कम प्रभावित होता है. यूपीएमआरसी के उप महाप्रबंधक जनसंपर्क पंचानन मिश्रा ने बताया कि आगरा मेट्रो के दूसरे कॉरिडोर आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच 15 ऐलिवेटिड स्टेशन बनेंगे. इस कॉरिडोर से यमुनापार की जनता की आसानी से आगरा कैंट रेलवे स्टेशन समेत शहर के अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर कनेक्टिविटी होगी. आगरा में 29.4 किलोमीटर का मेट्रो ट्रैक: ताजनगरी में 29.4 किमी लंबे दो कॉरिडोर का मेट्रो नेटवर्क बनना है. जिसमें 27 स्टेशन होंगे. पहला मेट्रो कॉरिडोर ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच 14.25 किमी लंबा है. जिसमें 13 स्टेशन हैं. इस कॉरिडोर में छह एलिवेटिड मेट्रो स्टेशन और सात अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन हैं. इसके प्रायोरिटी ट्रैक बनाने का काम फतेहाबाद रोड से जामा मस्जिद तक तेजी से चल रहा है. आगरा मेट्रो का दूसरा कॉरिडोर आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच लगभग 15.40 किमी. लंबा है. जिसमें 14 ऐलीवेटेड मेट्रो स्टेशन होंगे.
पहला कॉरिडोर: सिकंदरा-ताज पूर्वी गेट के स्टेशन:- सिकंदरा,गुरु का ताल, आईएसबीटी बस स्टैंड,आरबीएस डिग्री कॉलेज, राजा की मंडी, सेंट जॉन्स कॉलेज (जंक्शन), सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज, जामा मस्जिद, आगरा का किला, ताज महल पश्चिमी गेट, फतेहाबाद रोड, बसई, ताज ईस्ट गेट.
दूसरा कॉरिडोर:आगरा कैंट से कालिंदी विहार के स्टेशनः- आगरा कैंट, सदर बाजार, प्रतापपुरा, आगरा जिला कलेक्ट्रेट, सुभाष पार्क, सेंट जॉन्स कॉलेज (जंक्शन), संजय प्लेस, एमजी रोड, नेहरू नगर, सुल्तान गंज, कमला नगर, रामबाग, फाउंड्री नगर, मंडी समीति, कालिंदी विहार.
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