आगरा : जिले में नगर निगम के सदन कक्ष में सोमवार पुनरीक्षित बजट के आय-व्यय वर्ष 2020-21 को लेकर बैठक की गई. इसमें मुख्य वित्त अधिकारी पवन कुमार ने नगर निगम के विभिन्न मदों में व्यय होने वाली धनराशि का ब्योरा पेश किया. इसके साथ ही पार्षदों ने नगर निगम की आय बढ़ाने को लेकर अपने सुझाव दिए. लगभग ढाई घंटे तक चली बैठक में पुनरीक्षित बजट के तमाम आय और व्यय के बिंदुओं पर चर्चा हुई. अंत में तमाम संशोधन और सर्वसम्मति से महापौर नवीन जैन ने पुनरीक्षित बजट आय-व्यय वर्ष 2020-21 को पास कर दिया. इस मौके पर नगर आयुक्त निखिल टीकाराम फुंडे, अपर नगर आयुक्त कुंवर बहादुर सिंह, जलकल जीएम आर एस यादव, मुख्य वित्त अधिकारी पवन कुमार आदि मौजूद रहे.
टैक्स वसूली करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों की होगी जांच
बैठक में विज्ञापन कर के रूप में उचित वसूली न होने का मुद्दा भी उठाया गया. इस पर महापौर नवीन जैन ने नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी विज्ञापन कर से होने वाली आय को बढ़ाने पर उचित ढंग से विचार नहीं कर रहे हैं. इसके चलते बजट में तय किए गए लक्ष्य को प्राप्त नहीं किया जा रहा है. उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि नगर निगम की विज्ञापन पॉलिसी को लेकर विज्ञापन विभाग के कुछ लोग जानबूझकर होटल इंडस्ट्रीज और फैक्ट्री मालिकों को नोटिस भेजकर खानापूर्ति कर रहे हैं. प्रॉपर टैक्स वसूलने करने के बजाय लाखों का नोटिस भेज देते हैं. यह गलत है.
नामांकन में लापरवाही पर नाराज हुए महापौर
ऑनलाइन नामांकन में की जा रही लापरवाही को लेकर भी संबंधित अधिकारियों को फटकार लगाई गई. महापौर ने गुदड़ी मसूर खां के एक मामले को सामने रखते हुए कहा कि फर्जी नामांकन हो रहे हैं. मकान की रजिस्ट्री किसी और के नाम पर है, लेकिन मकान मालिक किसी और को बना दिया जा रहा है. यह गंभीर लापरवाही है. कई अधिकारी बिना सत्यापन के ही काम कर रहे हैं.