आगरा: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को कुछ ही दिन बचे हुए हैं ऐसे में तैयारियां भी चरम पर हैं. देश-विदेश के कृष्ण मंदिरों में भी जन्माष्टमी को लेकर तैयारियां की जा रही हैं और कृष्ण भगवान को पहनाने के लिए बेहद खूबसूरत और आकर्षक मुकुट और पोशाक बनाए जा रहे हैं. ताजनगरी के ताजगंज की बस्तियों और मोहल्लों में भी इन दिनों जरी वर्क से भगवान श्री कृष्ण के लिए मुकुट बनाए जा रहे हैं. वहीं, कृष्ण की पोशाक बनाने वाले यह लोग हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश कर रहे हैं क्योंकि यहां पोशाक बनाने वाले लोग ज्यादातर मुस्लिम हैं.
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर ताजनगरी में जरदोजी के कारीगर दिन रात रंग-बिरंगे और सुंदर मोर मुकुट बनाने में लगे हुए हैं. ताजगंज क्षेत्र में तमाम स्वयं सहायता समूह और घरों में जरदोजी कारीगर जोर-शोर से काम कर रहे हैं. बता दें इस बार 30 अगस्त को श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जानी है. समय भी काफी कम बचा हुआ है. यही वजह है कि कृष्ण के मुकुट को आकर्षक रूप देने के लिए कारीगर दिन रात एक किए हुए हैं.
मुकुट बनाने के लिए सबसे पहले कागज पर डिजाइन तैयार की जाती है. जिसके बाद डिजाइन में जरी वर्क के साथ ही रंग बिरंगे मोती, स्टोन और शीशे लगाकर मुकुट को बेहद आकर्षक रूप दिया जा रहा है. मुकुट बनाने का पूरा काम सुई धागे से होता है. समूह के जिम्मेदार लोग माल और मटेरियल लेकर आते हैं.
दिन रात काम में जुटे कारीगर
स्वयं सहायता समूह के हेड शाह कमर ने बताया कि, करीब 10 साल से वह भगवान श्री कृष्ण के मुकुट बनाने का काम कर रहे हैं. शाह बताते हैं कि वह अपना स्वयं सहायता समूह बनाकर काम करते हैं. जिसमें 10 कारीगर शामिल हैं. जो एक साथ काम करते हैं. उन्हें मथुरा और वृंदावन से बड़े स्तर पर मुकुट बनाने का ऑर्डर मिला है. कारीगर कम पड़ गए हैं और मुकुट बनाने का काम ज्यादा है. जिसके चलते वह दिन रात काम कर रहे हैं.