आगरा:देश में कोरोना का कहर कम नहीं हो रहा है. लगातार नए केस सामने आ रहे हैं. महामारी घोषित कोरोना के आगरा में अब तक सात पॉजिटिव मिले हैं. सभी का दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उपचार चल रहा है. ईटीवी भारत ने कोरोना के खौफ और मास्क की कालाबाजारी पर सीएमओ डॉ. मुकेश कुमार वत्स से विशेष बातचीत की. उन्होंने शहर में स्क्रीनिंग, सैंपल, सर्वे, सावधानी और गाइडलाइंस पर चर्चा की. इसके साथ ही उन्होंने कोरोना से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतने की बात कही.
800 लोगों की हुई स्क्रीनिंग
आगरा में कोरोना वायरस इटली से आया है. खंदारी क्षेत्र के दो शूज कारोबारी भाई दिल्ली के रिश्तेदार परिवार के साथ इटली घूमने गए थे. सभी 25 फरवरी को भारत लौट आए. इसके बाद 2 मार्च को दिल्ली में रिश्तेदार कोरोना पीड़ित मिला. इस पर आगरा में सगे भाइयों के 13 सदस्यों के सैंपल लिए गए. जिसमें पांच पॉजिटिव आए. इसके बाद शूज कारोबारी का मैनेजर और उसकी पत्नी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. जिला अस्पताल में अब तक 800 लोगों की स्क्रीनिंग हो चुकी है. 257 सैंपल की जांच कराई गई है.
एक ही मास्क उपयोग करना खतरनाक
आगरा सीएमओ डॉ. मुकेश कुमार वत्स ने बताया कि, लोगों में यह गलतफहमी पैदा हुई है कि वह मास्क लगाकर रखें. लेकिन यह जरूरी नहीं है. वहीं अपने साथ एक रूमाल रखना जरूरी है. जब छींक या खांसी आए तो मुंह पर रूमाल रख लें. अगर आप मास्क का प्रयोग कर रहे हैं तो एक मास्क का प्रयोग एक ही बार करें. मास्क को एक बार मुंह से हटा देने के बाद दोबारा उसके इस्तेमाल से बचें.