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सोशल मीडिया पर ट्रेंड हुए आगरा के 'कांजीबडे वाले बाबा', जानिए क्यों... - सोशल मीडिया पर छाए कांजीबडे वाले बाबा

दिल्ली के 'बाबा के ढाबा' के बाद अब आगरा के 'कांजीबड़े वाले बाबा' सोशल मीडिया पर खूब ट्रेंड कर रहे हैं. इसके बाद से यहां बड़ी संख्या में लोग कांजीबड़े खाने के लिए आ रहे हैं.

सोशल मीडिया पर छाए कांजीबडे वाले बाबा.
सोशल मीडिया पर छाए कांजीबडे वाले बाबा.

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Published : Oct 10, 2020, 9:16 PM IST

आगरा:दिल्ली के 'बाबा के ढाबा' के बाद अब ताजनगरी के 'कांजीबड़े वाले बाबा' सोशल मीडिया पर खूब ट्रेंड कर रहे हैं. कांजीबड़े वाले बाबा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. आगरा में कमला नगर की प्रोफेसर कॉलोनी में 90 वर्षीय नारायण सिंह रेहडी (हथठेला) पर गाड़ी कांजीबड़े बेचते हैं. चार दशक से ज्यादा समय से नारायण सिंह कांजीबडे की रेहडी लगा रहे हैं. अचानक कांजीबडे बाबा चर्चाओं में आ गए हैं. अभिनेत्री स्वरा भास्कर सहित हजारों लोग 'कांजीबड़े वाले बाबा' के वीडियो को ट्विटर और अन्य सोशल प्लेटफार्म पर साझा कर चुके हैं. इसमें लोगों से अपील की है, कि वे आगे आएं और बाबा के कांजीबड़े खाएं, जिससे उनकी मदद हो सके. ईटीवी भारत ने 'कांजीबड़े वाले बाबा' नारायण सिंह से विशेष बातचीत की.

देखें वीडियो.

बेटे की मौत से परिवार चलाने को लगा रहे रेहडी
नारायण सिंह ने बताया कि उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं. दोनों बेटियों की शादी हो चुकी है. बड़ा बेटा पेंटर था, लेकिन साल 2017 में उसकी मौत हो गई. वह होता तो मुझे यह काम नहीं करने देता. बेटे की मौत होने से परिवार का खर्च चलाने के लिए खुद रेहड़ी लगानी पड़ रही है. छोटा बेटा भी पेंटिंग का काम करता है, थोड़ा बहुत कमा लेता है और इसी से परिवार का खर्चा चल रहा है.

सोशल मीडिया पर छाए कांजीबडे वाले बाबा.
राजस्थान की डिश है कांजीबड़ेकांजीबड़े वाले बाबा नारायण सिंह का कहना है कि यह राजस्थान की डिश है और 40 साल से वह कांजीबड़े बेच रहे हैं. पहले दूसरी जगह रेहडी लगाते थे, लेकिन बेटे की मौत के बाद अब घर के पास में ही कांजीबड़े की रेहडी लगाते हैं. कांजीबड़े, दहीबड़े, मौठ, चटनी बनाने में करीब 5 घंटे का समय लगता है.
आगरा के कांजीबडे वाले बाबा.
कोरोना में 150-200 की हो रही कमाईकांजीबड़े वाले बाबा नारायण सिंह का कहना है कि लॉकडाउन से पहले 500 से 400 रुपये तक की कमाई हो जाती थी, लेकिन लॉकडाउन के बाद अब डेढ़ सौ से 200 की कमाई हो रही है और इसी में गुजारा करना पड़ रहा है. हर दिन शाम 5:30 बजे मैं आता हूं और रात 9 बजे घर जाता हूं. कांजीबड़े की प्लेट 20 रुपये की, दहीबड़े की प्लेट 25 रुपये की और मोंठ की 20 रुपये प्रति प्लेट के हिसाब से भेजता हूं.
लोग कर रहे कांजीबडे वाले बाबा की मदद.

कांजीबड़ों का टेस्ट बहुत अच्छा है
कांजीबड़े खाने आईं वंशिका बंसल का कहना है कि मैंने सोशल मीडिया पर कांजीबड़े वाले बाबा का पोस्ट देखा था. इसके बाद मैंने भी उस वीडियो को आगे शेयर किया इसके साथ ही अपने दोस्तों से इस बारे में चर्चा की. मेरे दोस्त भी अलग-अलग जगह रहते हैं, लेकिन वे भी यहां बाबा के कांजीबड़े खाने के लिए यहां आएंगे. मैं भी आज कांजीबड़े खाने आई हूं, इनका टेस्ट बहुत अच्छा है.

कई लोगों ने शेयर किया कांजीबडे वाले बाबा का वीडियो.

सोशल मीडिया पर पोस्ट देखकर आ रहे लोग
सिपाही प्रशांत का कहना है कि मुझे भी सोशल मीडिया से कांजीबड़े वाले बाबा के बारे में जानकारी हुई इसीलिए मैं यहां आया हूं. वैसे तो बड़ी-बड़ी फ्रेंचाइजी है, उनके पास सब कुछ होता है. वे अपने खाने का प्रमोशन भी कर सकते हैं, लेकिन ऐसे जरूरतमंद लोगों के लिए पास कुछ नहीं होता. अगर आस-पास के लोगों ऐसे लोगों के हफ्ते में एक बार भी आएंगे तो इनके परिवार का खर्चा अच्छी तरह से चल सकेगा.

कांजीबडे वाले बाबा की दुकान पर लगी भीड़.


मैडी मिश्रा ने बताया कि मैंने भी सोशल मीडिया पर कांजीबड़े वाले बाबा का पोस्ट देखा था. इसके बाद अपने दोस्तों से भी इस पोस्ट को शेयर किया और हम सभी दोस्तों ने यहां आने का प्लान बनाया.

आगरा के 'कांजीबडे वाले बाबा' सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर खूब ट्रेंड कर रहे हैं. फिल्म स्टार के साथ ही हजारों लोग 'कांजीबड़े वाले बाबा' का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा कर चुके हैं. लाखों लोग वीडियो देख चुके हैं और अब हर कोई लोगों से अपील कर रहा है कि 'कांजीबड़े वाले बाबा' की रेहड़ी पर एक बार जरूर जाएं. जिससे उनके परिवार का चूल्हा जल सके.

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