आगरा: आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) में सहकर्मी महिला का हाथ पकडने और गले लगाने के आरोप में घिरे वित्त नियंत्रक सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी बुधवार को कार्यालय नहीं पहुंचे. बुधवार सुबह से शाम तक एडीए में इस मामले को लेकर तमाम चर्चांए होती रहीं. हर कोई वित्त नियंत्रक की महिला कर्मचारी पर मेहरबानी को लेकर सवाल उठा रहा है. क्योंकि, उन्हीं की सिफारिश पर ही महिला कर्मचारी का दो माह पहले तबादला हुआ था. इस मामले के बाद एडीए के अधिकारी और कर्मचारियों के दो गुट बन गए हैं.
इस मामले में पुलिस और एडीए की जांच कमेटी तमाम पहलुओं पर छानबीन कर रही है. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
युवती ने लगाया आरोप
बता दें कि एडीए के कार्यालय में मंगलवार दोपहर एक महिला कर्मचारी और उसकी मां ने खूब हंगामा किया था. युवती का आरोप है कि एडीए में तैनात वित्त नियंत्रक सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी ने उसका मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न करने की कोशिश की. आए दिन पहले वो उसे कॉम्प्लीमेंट देते थे. फिर एक दिन पहले उन्होंने युवती को गले लगाने की इच्छा जताई. युवती का आरोप है कि मंगलवार को वित्त नियंत्रक ने उसे किस की भी डिमांड की थी.
आठ सदस्यीय समिति की जांच जारी
एडीए के उपाध्यक्ष राजेंद्र पैंसिया ने इस मामले को गंभीरता से लिया है. इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है. बुधवार को कमेटी के सदस्यों की बैठक हुई. इसके बाद कमेटी की ओर से वित्त नियंत्रक के साथ काम करने वाले कर्मचारियों से पूछताछ की गई. साथ ही जांच कमेटी ने पीडिता के सहकर्मियों से भी पूछताछ की है.