आगरा में 73 वें स्वतंत्रता दिवस पर लिखा इतिहास, देर रात 12.05 बजे किया ध्वजारोहण
यूपी के आगरा में 14 अगस्त 2019 की देर रात 12:05 बजे ध्वजारोहण कर एक नया इतिहास लिखा गया. आजादी के बाद पहली बार ताजनगरी में देर रात ध्वजारोहण किया गया. इस दौरान बच्चे, युवा, बुजुर्ग और महिलाएं भी मौजूद रहे.
स्वतंत्रता दिवस.
आगरा: ताजनगरी में 14 अगस्त 2019 की देर रात यानी 15 अगस्त के आगाज के साथ लोगों ने रात्रि 12.05 बजे ध्वजारोहण किया. जो अपने आप में एक रिकॉर्ड बन गया है. देर रात ध्वजारोहण के दौरान बच्चे, युवा, बुजुर्ग और महिलाएं काफी उत्साहित नजर आए और सभी ने राष्ट्रगान गान गाया. मिष्ठान वितरण और विचार गोष्ठी भी हुई, जिसमें प्रबुद्ध जनों ने आगरा के विकास के साथ ही सफाई व्यवस्था पर अपने विचार रखे.
जज्बाती तौर पर तो मैं बस यही कहूंगा कि यह वर्ष हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. इस साल जम्मू कश्मीर से धारा 370 को हटाया गया. इसके साथ ही ब्रिटिश काल में भी प्रोटोकॉल के चलते हम देर रात में आजादी की खुशी में झंडारोहण नहीं कर सके थे. इस बारे में हरियाणा के नवीन जिंदल ने केस लड़ा और वह जीत गए. फिर निजी स्थान पर ध्वजारोहण की अनुमति मिली.
वरिष्ठ सर्जन और कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डा. मीता कुलश्रेष्ठ का कहना है-
मुझे बहुत खुशी है कि इस कार्यक्रम में मुझे बुलाया गया. मैं कार्यक्रम के इस कांसेप्ट से बहुत खुश हूं. सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देना चाहती हूं और सभी से बस यही अपील करना चाहती हो कि 15 अगस्त और 26 जनवरी को ही हमें देश भक्ति नहीं बनना चाहिए. हमें पूरे साल राष्ट्र भक्ति के प्रेम को छोटे-छोटे रूपों में व्यक्त करें.
कार्यक्रम संयोजक अनिल शर्मा का कहना है-
इस समारोह से हम यह संदेश देना चाहते हैं कि शहर के अंदर अमन चैन बना रहे और हमारा भारत बुलंदियों पर पहुंचे.
स्थानीय पार्षद शिरोमणि सिंह का कहना है-
हमने संस्था बनाई और सभी ने मिलकर काम किया है. इसकी वजह से घटिया आजम खां चौराहा जाम मुक्त हुआ है. इस समारोह से और इस कार से हम बस यही लोगों में संदेश देना चाहते हैं. लोगों को जागरूक करना चाहते हैं कि वह आगे आएं. इस साल हमने इस चौराहे को मुक्त किया है, यहां विशेष व्यवस्थाएं की है. वैसे ही अगले साल दूसरे चौराहे को करें. यह सिलसिला लगातार चलता रहे.