आगरा:डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय की बुधवार को विद्या परिषद की बैठक कुलपति प्रो. अशोक मित्तल की अध्यक्षता में संपन्न हुई. बैठक के दौरान कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. कुलपति प्रोफेसर अशोक मित्तल ने बताया कि विवि में डिग्री और मार्कशीट की समस्याएं वर्षों से लंबित हैं. इन समस्याओं के समाधान के लिए सारे चार्ट्स को स्कैन करके डिजिटल फॉर्म में सुरक्षित रखा जाएगा. इससे विद्यार्थियों को कभी भी समस्या नहीं होगी.
इन पाठ्यक्रमों का होगा संचालन
कुलपति ने बताया कि पालीवाल पार्क परिसर स्थित समाज विज्ञान संस्थान में अर्थशास्त्र और राजनीतिक शास्त्र विभाग खोले जाएंगे. विवि में आवासीय इकाई के अंतर्गत विधि विभाग की स्थापना की जाएगी. एलएलएम दो वर्षीय पाठ्यक्रम, एलएलएम एक वर्षीय पाठ्यक्रम, परास्नातक, डिप्लोमा पाठ्यक्रम एवं बीए, एलएलबी और ऑनर्स का 10 सेमेस्टर का पाठ्यक्रम भी संचालित किया जाएगा. ऑनर्स पाठ्यक्रम को प्रारंभ करने से पूर्व बार काउंसिल ऑफ इंडिया से उसका अनुमोदन प्राप्त किया जाएगा.
कुलपति ने प्रो. दिवाकर खरे के प्रतिवेदन का किया जिक्र
कुलपति अशोक मित्तल ने बताया कि समाज विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. दिवाकर खरे द्वारा विवि को 26 सितंबर को एक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया है. इसमें उन्होंने लिखा है कि संस्थान के 1955 के अधिनियम में तीन विषयों के विभागों का प्रावधान था अर्थशास्त्र विभाग, समाजशास्त्र विभाग और राजनीति शास्त्र विभाग. कुलपति ने बताया कि हम ऐसे किसी समाज विज्ञान संस्थान की परिकल्पना नहीं कर सकते हैं, जहां अर्थशास्त्र और राजनीति शास्त्र जैसे विषयों के विभाग न हों. उन्होंने बताया कि प्रो. खरे के प्रतिवेदन में स्पष्ट रूप से वर्णित है कि इन तीनों विभागों के लिए एक प्रोफेसर, एक रीडर और तीन लेक्चरर के पद होंगे.