आगरा: आगरा शहर स्मार्ट सिटी की रैकिंग में नंबर एक की रैंकिंग मिली है. शहर के सौंदर्यीकरण के साथ ही और सुविधासंपन्न बनाने के लिए सरकार और जिला प्रशासन लगातार नई योजनाए बना रही है, साथ ही उन योजनाओं को अमली जामा भी पहना रही है. शहर के सौंदर्यीकरण में यहां के तालाब भी शामिल हैं. मगर कुछ तालाबों पर अवैध कब्जा की बात सामने आई है. वहीं अवैध कब्जे को लेकर नगर आयुक्त ही बेखबर हैं. वहीं ईटीवी भारत की खबर के बाद नगर आयुक्त ने तालाबों को मुक्त कराने की आश्वासन दिया है.
भू-माफियाओं ने बिगाड़ी आगरा की सूरत
आगरा के अधिवक्ता सुरेश सोनी ने बताया कि आगरा जनपद में 47 तालाबों की संख्या थी, लेकिन वर्तमान में नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 10 से 11 तालाबों पर अवैध रूप से कब्जा है. किसी पर पानी की टंकी तो किसी पर दुकानें तो कहीं कहीं कॉम्प्लेक्स खड़े कर दिए गए हैं. लेकिन किसी भी अधिकारी का इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं है. कल तक आगरा में हर कोने पर तालाब देखने को मिलते थे मगर भू- माफियाओं के तालाबों पर अवैध कब्जा के बाद शहर की सूरत बिगाड़ गई है.
- मौजा गैलाना में तालाब पर रास्ता बना लिया गया है.
- मौजा घटवासन के तालाब पर पक्का निर्माण हो चुका है और पंचायत घर बना लिया गया है.
- मौजा चक तालाब की जमीन पर कब्जा करते हुए एक विद्यालय व पक्के मकान बना लिए गए हैं.
- मौजा बोदला तालाब को समाप्त कर भू-माफियाओं ने अपने पक्के मकान बना लिए हैं.
- मौजा नारायच प्रथम पर तालाब था, जिस पर डूडा विभाग द्वारा अनुदानित मकान बना लिया गया है.
- सिकन्दरा पर तालाब था, वर्तमान में दबंगों द्वारा पक्के मकान बना लिए गए हैं.
- ककरैठा में तालाब था, तालाब के ऊपर मंदिर व धर्मशाला का पक्का निर्माण करा दिया गया है.
- मौजा सिकंदरा वर्तमान स्थिति में दबंगों ने अपने पक्के निर्माण बना लिए हैं.
- बोदला वर्तमान स्थिति में मौके पर आंशिक भाग में पंपिंग स्टेशन व पानी की टंकी बना ली गई है.
- सिकंदरा पर तालाब था जिस पर चौपाल घड़ी स्थित है.