आगरा में जल पर हुआ योग,जानिए क्या है खासियत
पूरे विश्व में 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जाता है. इसके चलते आगरा में गुरुवार को जल योग का आयोजन किया गया. जिले के एकमात्र जल योगी हरेश चतुर्वेदी ने जल योग का प्रर्दशन किया. योग को लेकर हरेश चतुर्वेदी कहना है कि योग सतयुग काल का इतिहास है.
जल में योग करते हुए जलयोगी हरेश चतुर्वेदी
आगरा:विश्व योग दिवस से ठीक एक दिन पहले ताजनगरी आगरा में गुरुवार को पानी के ऊपर योग करने का आयोजन किया गया. जिले के एकमात्र जल योगी हरेश चतुर्वेदी ने गुरुवार को जल योग का प्रदर्शन किया. जलयोगी हरेश के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग का उत्थान किया है. उनके अलावा योग पर किसी ने काम नहीं किया है. उन्होंने कहा कि जल योग सतयुग काल का इतिहास है.
- ताजनगरी आगरा के हरेश चतुर्वेदी बीते तीस सालों से जल पर तरह-तरह के योगासन कर रहे हैं.
- उन्होंने कहा कि जल योग करना साधु संतों की संगत से आया है.
- ऐतिहासिक तीर्थ राज बटेश्वर में रहने वाले हरेश साधु-संतों की संगत में रहते थे.
- साधुओं से पानी पर तैरने आदि की कहानियां सुनकर जल पर योग करने का अभ्यास शुरू कर दिया.
- हरेश ने कहा कि योग तब तक पूरा नहीं होता जब तक आध्यात्म नहीं होता है.
- राम रक्षा सूत्र में भगवान भोलेनाथ ने भगवान श्रीराम को लंका जाने के लिए समुद्र में मार्ग लेने के समय देवी दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए जल पर पद्मासन करने को कहा था.
- जल योग का अस्तित्व सतयुग के समय का है. योग किसी को तुरंत नहीं आता है पर लगातार अभ्यास से यह सीखा जा सकता है.
- उन्होंने योग दिवस को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की.
- हरेश पानी पर पचास तरह के आसन कर सकते हैं,जिनमे से प्राणायाम,पद्मासन,ब्रह्मासन,तड़कासन,गरुड़ासन आदि मुख्य हैं.