आगरा: कोरोना महामारी की वजह से बंद चल रहे ताजमहल को 21 सितंबर से पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है, जिसके बाद से यहां सैलानियों ने आना शुरू कर दिया है. 27 सितंबर यानी विश्व पर्यटक दिवस पर टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन ने यहां आने वाले सभी पर्यटकों का आभार व्यक्त किया. दरअसल कोरोना लॉकडाउन के चलते जब ताजमहल बंद था तो यहां के टूरिस्ट गाइडों की रोजी-रोटी पर संकट खड़ा हो गया था, लेकिन ताज खुलने के बाद से टूरिस्ट गाइड काफी खुश नजर आ रहे हैं. वहीं इस मौके पर आगरा टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन ने हाथों में धन्यवाद पट्टिका लेकर पर्यटकों का आभार भी जताया.
विश्व पर्यटन दिवस: आगरा गाइड एसोसिएशन ने पर्यटकों का जताया आभार
विश्व पर्यटन दिवस पर आगरा टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन ने ताज देखने आने वाले पर्यटकों का आभार जताया. टूरिस्ट गाइडों का कहना कि इन्हीं पर्यटकों की वजह से उनका घर चलता है. पर्यटकों के लिए जैसे ही ताज खुला तो सैलानियों ने यहां आना शुरू कर दिया, जिससे गाइडों में काफी खुशी है.
27 सितंबर को मनाया जाता है विश्व पर्यटन दिवस
हर वर्ष 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है. इसकी शुरुआत वर्ष 1980 में संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन के द्वारा हुई थी. इस तिथि के चुनाव का मुख्य कारण यह था कि वर्ष 1970 में UNWTO के कानून को स्वीकार किया गया था. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य विश्व में इस बात को प्रसारित तथा जागरूकता फैलाने के लिए है, कि किस प्रकार पर्यटन वैश्विक रूप से, सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक तथा आर्थिक मूल्यों को बढ़ाने में तथा आपसी समझ बढ़ाने में सहायता कर सकता है.
रविवार को आगरा के टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन ने कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए आगरा आने वाले पर्यटकों को धन्यवाद दिया. उनका कहना था कि यहां आने वाले टूरिस्टों से ही हमारे घर का चूल्हा जलता है, इसीलिए हम इनका धन्यवाद कर रहे हैं.
दरअसल एक समय कोरोना महामारी को देखते हुए देश भर में लॉकडाउन लगा दिया गया था. साथ ही सभी ऐतिहासिक स्मारकों को पर्यटकों के लिए भी बंद कर दिया गया था, जिसमें आगरा का विश्व विख्यात स्मारक ताजमहल भी शामिल था. ताजमहल को करीब 188 दिन के बाद पर्यटकों के लिए फिर से खोल दिया गया है, लेकिन इस बार ताज में 1 दिन में दो शिफ्टों में 5 हजार पर्यटक ही जा सकेंगे. कोरोना महामारी के चलते कई लोग रोजगार और नौकरी से हाथ धो बैठे हैं. वहीं ताजमहल से जुड़े हुए तमाम टूरिस्ट गाइड, जिनकी रोजी-रोटी पर्यटकों के आने से ही चलती थी, वे भी कहीं न कहीं कोरोना महामारी से प्रभावित हुए हैं.